बिहार के शिक्षा विभाग में इन दिनों सख्ती बढ़ा दी गयी है. विभाग के अपर मुख्य सचिव बनाए गए सख्त मिजाज के आइएएस अधिकारी के के पाठक इन दिनों काफी अधिक सक्रिय हो गये हैं. उन्होंने स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर गंभीरता दिखाई है और सख्त निर्देश जारी किए हैं. अपर मुख्य सचिव इन दिनों लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं और स्कूलों व शिक्षा विभाग के कार्यालय में औचक निरीक्षण कर रहे हैं. वहीं बेगूसराय में जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से नया फरमान जारी कर दिया गया कि कोई शिक्षक दाढ़ी बढ़ाकर स्कूल नहीं आएंगे.
बेगूसराय के जिला शिक्षा पदाधिकारी(DEO) की ओर से एक पत्र जारी किया गया है जिसमें जिले के सभी प्रधानाध्यापकों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. पत्र के माध्यम से बताया गया है कि अपर मुख्य सचिव के के पाठक के द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नए निर्देश दिए गए हैं जिसका अनुपालन करना अनिवार्य होगा. कुल 14 बिंदुओं पर निर्देशित किया गया है. इसके अंतर्गत कई ऐसे निर्देश दिए गए हैं जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. इनमें शिक्षकों के परिधान व क्लीन सेव वगैरह को लेकर निर्देश दिए गए हैं.
बेगूसराय के डीइओ के द्वारा जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि कक्षा में जाने से पहले शिक्षक अपना मोबाइल फोन प्रधानाध्यापक के कक्ष में जमा करेंगे.कक्षा में शिक्षकों को पढ़ाने के दौरान कुर्सी का प्रयोग नहीं करने का निर्देश भी दिया गया है. वहीं शिक्षकों को जिन्स और टी-शर्ट पहनकर स्कूल आने पर रोक लगा दिया गया है. इतना ही नहीं अब दाढ़ी बढ़ाकर भी शिक्षक स्कूल नहीं आएंगे. ये निर्देश दिया गया है. यदि कोई शिक्षक इन निर्देशों का पालन नहीं करते हैं और पकड़े जाते हैं तो उनका एक दिन का वेतन काट लिया जाएगा.
बेगूसराय के डीईओ की ओर से जारी पत्र में शिक्षिकाओं को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. भड़काऊ और अधिक चमकीला कपड़े को पहनकर शिक्षिकाएं स्कूल नहीं आएंगी. भारतीय परिधान में ही स्कूल आने का निर्देश दिया गया है.
हालांकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जानकारी सामने आ रही है कि जब ये खबर तेजी से फैला और डीईओ के फरमान की किरकिरी होने लगी तो डीईओ को इस फरमान में शुद्धि करनी पड़ी. नए निर्देश के तहत शिक्षिकाओं को चमकीले व अन्य कपड़े पहनकर आने पर रोक नहीं रहेगी. वहीं शिक्षकों को बढ़ी दाढ़ी में भी आने पर वेतन नहीं कटेगा. जबकि जिंस टीशर्ट पहनकर आने पर पाबंदी जारी रहेगी.