पुरुषोत्तम मास व बांग्ला श्रावण के अवसर पर बाबा मंदिर में कांवरियों का पहुंचना जारी है. उमस भरी गर्मी का परवाह किये बगैर भोलेनाथ के भक्त बाबा पर जलाभिषेक के लिए उनकी आस्था देखते बन रही है. शनिवार को सुबह मंदिर खुलने पूर्व ही पुरुषोत्तम मास में प्रयाग राज के संगम से जल लेकर आये भक्तों के लोक गीत से बाबा का प्रांगण गुंजायमान हो रहा था. भक्तों ने कांसे के लोटे में गंगा जल और शुद्ध देशी घी से बना रोट एवं नारियल का भोग बाबा पर अर्पित किया.
रविवार को पुरुषोत्तम मास में आये भक्तों के लिए तेरस तिथि और दूसरे दिन बंगला श्रावण के अनुसार, सोमवार को कांवरियों की भीड़ की काफी संभावना जतायी जा रही है. इससे पहले बाबा मंदिर का पट खुलने से पहले मां काली के मंदिर में उनकी पूजा की गयी. इसके बाद दर्जनों की संख्या में लोग बाबा मंदिर के निकास द्वार के सामने बाबा को जगाने के लिए ओम नम: शिवाय ओम नम: शिवाय… के मंत्र को पढ़ रहे थे. मां काली की पूजा संपन्न होते ही बाबा मंदिर के गर्भगृह का पट खोला गया और पुजारी राकेश झा ने पूजा सामग्री हटायी व कांचा जल पूजा की परंपरा शुरू हुई. कांचा जल अर्पित करने के बाद बाबा की सरदारी पूजा की गयी. पूजा संपन्न होने के बाद सुबह 04:06 बजे अरघा लगाकर आम भक्तों के लिए जलार्पण प्रारंभ कराया गया.
पानी के छिड़काव से कांवरियों को मिल रही राहत
देवघर श्रावणी मेले में दूर-दूर से भक्त बाबाधाम पहुंच रहे हैं. कड़ी धूप में शिवभक्तों को पैदल चलने में काफी दिक्कत हो रही है. इसे देखते हुए नगर निगम की ओर से सड़क और कांवरियों पर टैंकर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. शनिवार को थके कांवरियों को स्वतंत्रता सेनानी विश्वनाथ मिश्र लेन में टैंकर से पानी का छिड़काव किया गया. इससे कांवरियों को गर्मी से काफी राहत मिली.
शिवगंगा पश्चिमी तट से पं शिवराम झा पथ आना हुआ आसान
देवघर नगर निगम की ओर से शिवगंगा पश्चिमी दिशा से पं शिवराम झा चौक तक आने के लिए लगभग 10 लाख रुपये की लागत से नया रोड बनवाया गया है. इससे शिवगंगा पश्चिमी दिशा से नेहरू पार्क होते हुए लोगों का आना-जाना आसान हो गया है. शिवगंगा से मानसरोवर की ओर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. शिवगंगा पश्चिम तट से सीधे पं शिवराम झा रोड निकल जायेगा, जहां से बाबा मंदिर या नगर निगम कार्यालय निकल सकते हैं. इससे भक्तों को मंदिर जाने में भी राहत मिलेगी.