Formula E In Hyderabad: फॉर्मूला ई सीरीज के सह संस्थापक एलबर्टो लोंगो का कहना है कि अगले साल अगर भारत में इलेक्ट्रिक रेसिंग चैम्पियनशिप की वापसी होती है तो हैदराबाद के प्रोमोटरों को इसके परिचालन के मानकों को बरकरार रखने साथ समय पर भुगतान और उचित योजना बनानी होगी. लोंगो ने हैदराबाद में इस साल के शुरू में फॉर्मूला ई के पदार्पण के बारे में कुछ चीजें काफी स्पष्ट तौर पर कहीं कि कुछ चीजें ऐसी हैं जिनमें समझौता नहीं किया जा सकता. इस रेस को अगले सत्र के अस्थायी कैलेंडर में शामिल नहीं किया गया है जिससे इसका भविष्य अनिश्चित है.
समय पर भुगतान बड़ा मुद्दा
लोंगो ने संकेत दिया कि प्रोमोटर (ग्रीनको) से समय पर भुगतान एक मुद्दा था लेकिन उन्होंने तेलंगाना राज्य सरकार द्वारा किये गये समर्थन की प्रशंसा की. आईटी और उद्योग मंत्री केटी रामा राव ने फॉर्मूला ई को भारत लाने में अहम भूमिका अदा की. लोंगो ने पीटीआई से कहा, ‘सच्चाई यह है कि हम मंत्री केटीआर और उनकी टीम के साथ प्रोमोटर से बात कर रहे हैं. बीते समय में हमें कुछ चुनौती मिली थीं और मुझे पूरा भरोसा है कि इन्हें निपटा लिया जायेगा लेकिन जब तक हर चीज का निवारण नहीं कर लिया जाता, निश्चित रूप से हम शहर की घोषणा नहीं कर सकते लेकिन हम वास्तव में भारत में रेस कराने के इच्छुक हैं.’
फॉर्मूला ई के कुछ मानकों का सम्मान नहीं
फरवरी में हुई शुरुआती रेस में सड़क के सर्किट के चारों ओर निर्माण कार्य अंतिम मिनट पर पूरा किया गया था. हालांकि ड्राइवरों ने रेस के ट्रैक की प्रशंसा की थी, लेकिन वे सर्किट पर ‘टायलेट’ की कमी से नाराज थे. फॉर्मूला ई के लिए बड़े मुद्दों पर रोशनी डालने के बारे में पूछने पर लोंगो ने कहा कि उन्हें प्रोमोटर ग्रीनको से कुछ ‘आर्थिक चुनौतियों’ का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, ‘कभी कभार, ‘सप्लायर’ ने काम करना बंद कर दिया, कुछ कामों में विलंब हुआ. फॉर्मूला ई के कुछ मानकों का सम्मान नहीं किया गया. अगर हम नियमों के अनुसार सबकुछ नहीं करते और अगर हम योजना के जरिये सबकुछ नहीं करते तो चुनौतियां आयेंगी हीं.’
लोंगो ने कहा, ‘रेस शानदार थी लेकिन हम इसे बेहतर तरीके से करा सकते थे और मुझे पूरा भरोसा है कि अगले साल आप पूरी तरह से अलग तरह का टूर्नामेंट देखोगे क्योंकि हम उम्मीद करते हैं कि हम योजना के अनुसार ही इसे करायेंगे.’ फॉर्मूला ई, ग्रीनको ग्रुप और तेलंगाना सरकार ने रेस के लिए चार साल के करार पर हस्ताक्षर किये हैं. उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि देश की कर प्रणाली उनके लिए जरा भी मुद्दा नहीं थी जिसके कारण एक दशक पहले फॉर्मूला वन को बंद करना पड़ा था.
हम उचित योजना बनानी होगी
उन्होंने कहा, ‘कर संबंधित कोई समस्या नहीं थी. यह समय पर भुगतान था जिससे हम उचित योजना के साथ चीजें करते हैं. हर चीज अंतिम मिनट पर नहीं हो सकती.’ लोंगो ने कहा, ‘अगस्त आने वाला है और हमने काम करना शुरु नहीं किया है जबकि अन्य जगहों पर हमने काम आरंभ कर दिया है.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिये हम थोड़े परेशान हैं कि हमने हैदराबाद में जो काम करने की जरूरत थी, वह शुरु नहीं किया है. क्या हमारे पास समय है, हां लेकिन हमें जल्द ही कार्रवाई करने की जरूरत है.’ रेस पर अंतिम फैसला विश्व मोटर खेल परिषद की अक्टूबर में होने वाली बैठक में लिय जायेगा जब एफआईए की सभी मान्यता प्राप्त चैम्पियनशिप की पुष्टि की जायेगी.
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