UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में विपक्ष के गठबंधन की जीत का दावा करते हुए कहा कि 2024 का चुनाव भाजपा की विदाई का वक्त होगा. इसमें किसी भी स्तर पर चूक नहीं होनी चाहिए.
अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में कहा कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर उत्तर प्रदेश को अराजकता में झोंक दिया है. बुलडोजर प्रयोग विधि व्यवस्था के लिए चुनौती बन गई है. देशभर में इस बुलडोजर संस्कृति की बदनामी हो रही है. समाजवादी पार्टी कानून का राज कायम करने के लिए प्रतिबद्ध है. भाजपा ने विकास की धारा अवरुद्ध की है. समाजवादी पार्टी विकास की निरंतरता बनाए रखने के लिए भी संकल्पित हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2024 में होने वाला चुनाव महज पांच साल का इलेक्शन नहीं है, यह लोकतंत्र और संविधान को बचाने का चुनाव है. भाजपा लोकतंत्र को मिटाने पर उतारू है. संविधान की संस्थाओं को धीरे-धीरे कमजोर किया जा रहा है. भाजपा 2014 में आई थी और अब 2024 में उसकी विदाई का वक्त है. भाजपा की विदाई में किसी भी स्तर पर चूक नहीं होनी चाहिए.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी सरकार में उत्तर प्रदेश में जो विकास कार्य हुए उनका रिकार्ड भाजपा तोड़ नहीं सकती है. प्रदेश के प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र में समाजवादी सरकार के विकास कार्य हुए थे. .
भाजपा को यही रास्ता सूझता है कि वह समाजवादी पार्टी को बदनाम करे. इसके नेताओं पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हैं और बदले की भावना से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. भाजपा अपने विरोधियों को दुश्मन मानती है, क्योंकि उसमें सहिष्णुता की लोकतांत्रिक भावना ही नहीं है
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों का शोषण हो रहा है. उनकी फसलों की लूट हो रही है. किसानों को फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नहीं मिल रहा है. उनकी लागत भी नहीं निकल रही है. किसान कर्ज से दबा है. गुजरात की कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए तमाम साजिशें हो रही हैं. किसान के अनाज की खरीद मंडी से हो इसकी व्यवस्था होनी चाहिए.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की कमीशन की सरकार चल रही है. भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है. जबसे भाजपा सरकार आई है तबसे हर तरफ उत्तर प्रदेश का अपमान हो रहा है. भाजपा की जनविरोधी नीतियों से समाज का हर वर्ग असंतुष्ट और आक्रोशित है. जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है. समाजवादी पार्टी जनता की आशाओं पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है.
सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के अस्पतालों की स्थिति को लेकर भी योगी सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने दावा किया कि राज्य में ‘एक्सपायर’ हो चुकी दवाओं के कारण मौत के मामले बढ़े हैं. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को अस्पतालों में दी जाने वाली दवाओं की सावधानीपूर्वक जांच-परख कर लेने की सलाह दी.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में मरीज और उनके परिजन यह अच्छी तरह से जांच-परखकर ही दवा, इंजेक्शन या ग्लूकोज लें कि कहीं इस्तेमाल की अवधि के लिहाज से वे बेकार या ‘एक्सपायर’ तो नहीं हो गए हैं. दवाओं, इंजेक्शन और ग्लूकोज के जानलेवा साबित होने की खबरें लगातार बढ़ रही हैं. भाजपा सरकार मरीजों को तो अपने भ्रष्टाचार से दूर रखे.
अखिलेश ने एक ट्वीट में वीडियो भी साझा किया, जिसमें लोग एंबुलेंस को धक्का देते नजर आ रहे हैं. उन्होंने लिखा कि खस्ताहाल भाजपा सरकार में एंबुलेंस को खुद ही ‘एंबुलेंस’ की जरूरत है.
अखिलेश यादव लगातार भाजपा सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं. खासतौर से स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उन्होंने सरकार पर हमला बोला है. दरअसल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर योगी सरकार की ओर से कई बड़े दावे किए जाते रहे हैं. अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक की ओर से लगातार औचक निरीक्षण किया जा रहा है. इन सबके बावजूद कई बार खामियां उजागर हुई हैं. इन्हीं को मुद्दा बनाते हुए अखिलेश यादव सरकार को घेरने में जुटे हैं
इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का मध्य प्रदेश दौरा स्थगित हो गया है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अखिलेश यादव का 5 और 6 अगस्त को खजुराहो दौरा पहले से ही निर्धारित था. वे यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने आ रहे थे. इसी आयोजन में आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए रणनीति तैयार की जानी थी. लेकिन अब दौरे को स्थगित हो गया है.
पार्टी नेताओं के मुताबिक जल्द ही मध्य प्रदेश दौरे का कार्यक्रम जारी किया जाएगा. अखिलेश यादव 15 अगस्त के बाद मध्य प्रदेश आ सकते हैं. अखिलेश यादव के मुताबिक मध्य प्रदेश में इस बार समाजवादी पार्टी के लिए अच्छी संभावनाएं नजर आ रहीं हैं. इसलिए पार्टी ने चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरने की तैयारी कर ली है.
2003 में समाजवादी पार्टी के सात विधायक जीतकर आए थे. अखिलेश यादव ने इस बार उससे ज्यादा विधायक जीतने का दावा किया है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आदिवासी वोटरों के बीच पैठ बनाने पर जोर दिया है. मध्य प्रदेश में आदिवासियों की आबादी अधिक है.
पार्टी रणनीतिकारों के मुताबिक 2023 के विधानसभा चुनाव में बुंदेलखंड क्षेत्र पर खास तौर से फोकस किया जाएगा. 2018 के विधानसभा चुनाव में सपा ने छतरपुर की बिजावर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की सीमा से लगी निवाड़ी सीट पर सपा की मीरा यादव दूसरे नंबर पर रहीं थी.
पिछले दो चुनावों में समाजवादी पार्टी यहां सिर्फ एक जीत जीतने में कामयाब हो सकी है. बुंदेलखंड क्षेत्र की अधिकांश आबादी ग्रामीण है. ग्रामीण मतदाताओं को रिझाने के लिए सपा ने बुंदेलखंड के खजुराहो में 5 और 6 अगस्त को प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की योजना बनाई थी.