Deoghar News: श्रावणी मेले के दौरान हर साल बाबाधाम और बासुकिनाथधाम आने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां से प्रसाद स्वरूप पेड़ा अपने साथ जरूर ले जाते हैं. पेड़े की बढ़ती मांग को देखते हुए इस महीने में सैकड़ों की संख्या में अस्थायी दुकानें खुल जाती हैं. भक्तों को प्रसाद स्वरूप मिलने वाले पेड़े में मिलावट की खोट नहीं हो, इसके लिए हर साल इसकी जांच में फूड सेफ्टी टीम बनायी जाती है. इस साल भी देवघर और दुमका जिले में देवघर और दुमका जिले में अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इस टीम की जवाबदेही पूरे मेला क्षेत्र में भ्रमण कर खाद्य पदार्थों का सैंपल लेकर उनकी गुणवत्ता की जांच करनी है. किसी भी तरह की गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई करने का भी दायित्व टीम काे दिया गया है.
बासुकिनाथ में फूड सेफ्टी टीम ने मेले के दौरान अबतक 5500 किलो नकली खोआ और मिलावटी पेड़े जब्त कर नष्ट किये हैं, वहीं देवघर की टीम को यहां मेला क्षेत्र में बिक रहे पेड़े और खोआ में सबकुछ ओके नजर आ रहा है. देवघर की टीम ने यहां हल्दी पाउडर, दूध, पनीर, लड्डू, मिर्च पाउडर आदि खाद्य पदार्थों को मिलाकर 120 किलो ही मिलावट नजर आयी. जुर्माने के मामले में भी देवघर की टीम ने सात प्रतिष्ठानों पर 28,500 रुपये जुर्माना लगाया है, जबकि बासुकिनाथ में वहां की टीम अबतक 1,99,500 रुपये जुर्माना वसूल चुकी है.
अबतक 367 प्रतिष्ठानों का हुआ रजिस्ट्रेशन
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शहर में संचालित सभी प्रतिष्ठानों को रजिस्ट्रेशन कराना है. इसमें सालाना 12 लाख से कम के टर्नओवर वाले को 100 रुपये का रजिस्ट्रेशन किया जाना है, जबकि 12 लाख से अधिक टर्नओवर वाले को लाइसेंस लेना है. इसके लिए दो हजार से पांच हजार रुपये का शुल्क है. उन्होंने कहा कि अबतक 367 प्रतिष्ठानों का रजिस्ट्रेशन किया गया है. जबकि, आठ प्रतिष्ठानों को लाइसेंस दिये गये हैं. इसकी ऑनलाइन प्रक्रिया की जाती है.
देवघर से जांच के लिए भेजे गये 28 सैंपल, अबतक नहीं आयी रिपोर्ट
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि, जिले में टीम के सदस्यों द्वारा श्रावणी मेले की शुरुआत से अबतक एमएफटीएल के तहत 790 सैंपलों की जांच ऑन द स्पॉट की गयी है. इनमें 70 सैंपल गलत पाये गये. अभियान के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों से खाद्य पदार्थों के करीब 30 सैंपल जांच के लिए लिये गये हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है. जांच में भेजे गये अबतक किसी भी सैंपल की जांच रिपोर्ट अबतक नहीं मिल सकी है. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद नियम संगत कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि अभियान में गलत पाये गये नमूनों में हल्दी पाउडर, दूध, पनीर, लड्डू, मिर्च पाउडर और पनीर के कुल 120 किलोग्राम खाद्य पदार्थों को नष्ट कराया गया है. सात दुकानों से करीब 28,500 रुपये का जुर्माना वसूला गया है, जो नियमसंगत तरीके से प्रतिष्ठान को संचालित नहीं कर रहे थे. वहीं शुक्रवार को भी अभियान चला कर खराब पाये दूध और जलेबी को नष्ट कराया गया है.
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श्रावणी मेले में देवघर और घोरमारा में पेड़े की खुल चुकी हैं सैकड़ों दुकानें
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कई जगहों पर अस्थायी तौर पर बेचे जा रहे खोआ और पेड़े
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देवघर में फूड सेफ्टी टीम की कार्रवाई मिठाई दुकानों व स्थायी दुकानों तक ही सीमित
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अबतक एक भी पेड़े दुकान में टीम को नहीं मिली गड़बड़ी
क्या कहते हैं दुमका के पदाधिकारी
बासुकिनाथ में खाद्य सुरक्षा को लेकर लगातार जांच अभियान चलाया जा रहा है. इसमें अबतक 142 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया. इसमें एमएफटीएल के माध्यम से ऑन द स्पॉट 565 सैंपल की जांच की गयी. विभिन्न प्रतिष्ठानों से 14 सैंपल को लेकर जांच के लिए रांची भेजे गये हैं. वहीं, मेला क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा को लेकर चलाये गये अभियान के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों में गलत पाये जाने के बाद अबतक 1,99,500 रुपये का जुर्माना वसूला गया है.- अमित कुमार, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, दुमका
क्या कहते हैं देवघर के पदाधिकारी
देवघर में भी जांच की जा रही है और सैंपल भी जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. जांच रिपोर्ट देरी से आने के कारण कार्रवाई नहीं हो पा रही है. समय पर जांच रिपोर्ट नहीं आने के करण किसी भी खाद्य पदार्थों को जब्त नहीं कर पा रहे हैं. जबतक जांच रिपोर्ट आयेगी, तबतक खाद्य पदार्थ खराब भी हाे सकते हैं. यदि खाद्य पदार्थ के सैंपल की जांच रिपोर्ट सही आ गयी, तो दुकानदार क्लेम भी कर सकता है. ऑन द स्पॉट सभी प्रकार की जांच नहीं हो सकती है.- डॉ सीके शाही, अभिहित पदाधिकारी सह एसीएमओ
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