आगरा. आगरा रेल मंडल ने नौ स्टेशन पर एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत स्टॉल शुरू कर दिए हैं. उन सभी स्टॉल पर क्षेत्रीय उत्पाद लगाए गए हैं. जिससे कि लोकल उत्पादों को पूरे देश में बढ़ावा मिल सके. अभी तक आगरा रेल मंडल ने नौ स्टेशन पर चमड़े से निर्मित उत्पाद, संगमरमर के उत्पाद, नॉन खटाई, कृष्ण की मूर्ति और पोशाक, पेठा, हस्तशिल्प का सामान और मोटे अनाज से बने उत्पादों के स्टाल लगाए गए हैं. आगरा रेल मंडल के करीब 47 रेलवे स्टेशन पर इस तरह के उत्पाद की स्टाल लगाई जाएंगी.
आगरा रेल मंडल के रेलवे स्टेशन पर आपको जिले के मुख्य उत्पाद के लिए शहर में नहीं जाना पड़ेगा. चाहे आगरा की कचौड़ी, संगमरमर का सामान, चमड़े निर्मित सामान, हस्तशिल्प, मथुरा के पेड़े, श्री कृष्ण की पीतल की मूर्ति और पोशाक, कोसीकला का दूध और दूध से निर्मित उत्पाद, शमशाबाद का प्रसिद्ध हस्त निर्मित गलीचा, खेरली का अचार, ईदगाह के कृत्रिम आभूषण यह सभी प्रमुख उत्पाद आपको अब रेलवे स्टेशन पर ही मिल जाएंगे.
आगरा रेल मंडल द्वारा एक स्टेशन एक उत्पाद के तहत पहले चरण में करीब नौ स्टेशन पर यह योजना शुरू हो चुकी है. जिसमें आगरा के प्रमुख कैंट स्टेशन पर संगमरमर से बनाई गई आकृतियों में ताजमहल व अन्य सामान उपलब्ध होगा. इसी तरह आगरा के फोर्ट स्टेशन पर चमड़े से बने हुए उत्पादों की स्टाल लगाई गई. आगरा के फतेहपुर सीकरी स्टेशन पर नॉन खटाई, शमशाबाद स्टेशन पर हस्तनिर्मित गलीचा, खेरली स्टेशन पर अचार, कोसीकला स्टेशन पर दूध और दूध से निर्मित उत्पाद और मथुरा व गोवर्धन स्टेशन पर भगवान श्री कृष्ण की पीतल की मूर्ति और उनकी पोशाक मिलेंगी. आगरा के ईदगाह रेलवे स्टेशन पर मोटे अनाज से बने हुए तमाम खाद्य पदार्थों की स्टाल लगाई गई है. जिससे मोटे अनाज को भी काफी बढ़ावा मिल रहा है.
आगरा रेल मंडल की जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया रेल मंडल पर लगाई गई यह स्टॉल ₹1000 प्रतिमाह किराए पर हैं. हमने आगरा मंडल के करीब 16 स्टेशन पर इस तरह की स्टाल लगाने की योजना बनाई है. जिसमें पहले चरण में 9 स्टेशन पर स्टॉल शुरू हो गई है. अभी एक स्टेशन पर एक स्टाल लगाई गई है लेकिन अगर ज्यादा स्टॉल के लिए एप्लीकेशन आती है तो 15-15 दिन का समय स्टॉल लगाने वाले लोगों को दिया जाएगा. और बड़े स्टेशन पर करीब 2 से 3 स्टाल लगाई जा सकती हैं. साथ ही छोटे स्टेशन पर अलग-अलग स्टॉल लगाने के लिए 3-3 महीने का समय दिया जाएगा. रेलवे स्टेशन पर आने वाली यात्रियों का रुझान काफी अच्छा दिख रहा है. आगरा कैंट और मथुरा जैसे बड़े स्टेशन पर स्टॉल लगाने वालों की प्रतिदिन दो से ₹3000 की बिक्री हो रही है.
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