Lucknow: यूपी में एक्सप्रेसवे तेजी से रफ्तार पकड़ रहे हैं. इनकी बदौलत यातायात व्यवस्था सुगम होने के साथ लोगों के समय की भी बचत हो रही है. इसी कड़ी में करीब डेढ़ साल बाद एक और एक्सप्रेसवे शुरू हो जाएगा. ये एक्सप्रेसवे राज्य की राजधानी लखनऊ और पड़ोसी जनपद कानपुर के बीच की दूरी काफी कम कर देगा. इसका निर्माण कार्य तेजी से जारी है.
लखनऊ से कानपुर के बीच प्रतिदिन बड़ी संख्या में दैनिक यात्री सफर करते हैं. इनमें नौकरी के लिए आने वाले लोग ट्रेन पर निर्भर होते हैं, क्योंकि सड़क मार्ग से समय ज्यादा लगने के कारण उनका रोज समय पर दफ्तर पहुंचना आसान नहीं होता. हालांकि जाड़े के दिनों में ट्रेनों के कोहरे से लेट होने के कारण दैनिक यात्रियों को अक्सर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
इसके साथ ही कई बार ट्रेनों के लेट होने और निरस्त होने के कारण भी वह समय पर अपने कार्यस्थल नहीं पहुंच पाते. ऐसे लोगों के लिए लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे बेहद मददगार साबित होगा. दोनों शहरों के बीच की दूरी कम करने के लिए बन रहा एक्सप्रेसवे आकार लेने लगा है.
Also Read: UP News: ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान को भव्य तरीके से मनाएगी योगी सरकार, 9 से 15 अगस्त तक होंगे ये आयोजन
इस एक्सप्रेसवे से सफर करने के लिए लोगों को सिर्फ डेढ़ साल और इंतजार करना होगा. ये प्रोजेक्ट दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा. कानपुर रोड पर सैनिक स्कूल से पिलर खड़े करने का काम शुरू हो गया है. बनी क्षेत्र के करीब 12 किलोमीटर तक पिलर बनने लगे हैं.
पहले फेज में 360 पिलर पर बनने वाले 18 किलोमीटर के एलिवेटेड रोड के लिए निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है. निर्माण होने से 63 किलोमीटर की दूरी मात्र 35 मिनट में पूरी होगी. बनी के पास एलीवेटेड सेक्शन के लिए पिलर खड़े होने लगे हैं.
लखनऊ-उन्नाव सीमा से पहले गांव हिनौरा में सड़क के लिए मिट्टी डालने का कार्य शुरू हो चुका है. 63 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे का काम दो पैकेज में हो रहा है. करीब 18 किलोमीटर का पैकेज-एक लखनऊ कानपुर रोड पर बनी के पास तक होगा. इसमें से 12 किलोमीटर में सड़क पिलर पर रहेगी, जिनके लिए करीब 360 पिलर पूरे रूट पर बनेंगे.
बंथरा और बनी के बीच कानपुर रोड पर सड़क बैरिकेड कर पिलर की ढलाई का काम चालू है. करीब 10 प्रतिशत पिलर के ढांचे तैयार हो गए हैं. 18 पिलर पर सड़क बनाने के लिए पिलर कैप बनाने का कार्य शुरू हो गया है. कई पिलर पर शटरिंग का काम भी चालू है.
यार्ड में तैयार हो रहे प्रीकास्ट तकनीक से बने गर्डर कानपुर रोड के पास रखे गए हैं. पिलर निर्माण के साथ ही उन्हें चढ़ाने का कार्य शुरू हो जाएगा. चढ़ाने के लिए ट्रैक भी तैयार हो चुका है. यहां सई नदी में बाढ़ से जल निकासी के लिए नाले का निर्माण किया जा रहा है.
-
63 किमी लंबा होगा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे.
-
18 किमी का एलीवेटेड सेक्शन का होगा पहला पैकेज.
-
360 पिलर करीब 12 किमी लंबाई में बनने हैं.
-
45 किमी के ग्रीनफील्ड सेक्शन का दूसरा पैकेज.
-
छह लेन वाला यह एक्सप्रेस-वे दिसंबर 2024 तक होगा तैयार.
-
वर्तमान में लखनऊ से कानपुर पहुंचने में डेढ़ से तीन घंटे लगते हैं.
-
35 मिनट में पूरा होगा लखनऊ से कानपुर का सफर.
-
3100 करोड़ रुपए का पूरा प्रोजेक्ट
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया के मुताबिक एलीवेटेड सेक्शन पर करीब 10 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है. 45 किलोमीटर लंबे पैकेज-दो के ग्रीनफील्ड सेक्शन पर भी काम शुरू हो चुका है. प्रोजेक्ट की प्रगति के लिए सटीक निगरानी की जा रही है. अगले वर्ष दिसंबर 2024 तक प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा. इसके पूरा होने से दोनों शहरवासियों को काफी सुविधा होगी. लोग कम समय में सुविधाजनक तरीके से अपना सफर तय कर सकेंगे.
Lucknow Kanpur Expressway से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय 1.5 से 3 घंटे से घटकर लगभग 35 मिनट हो जाएगा. लखनऊ से कानपुर की दूरी सड़क मार्ग से 93 किमी है, और हवाई दूरी 77 किमी है. वर्तमान में यात्री सड़क, ट्रेन व हवाई मार्ग से लखनऊ से कानपुर जाते हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग 27 सबसे तेज सबसे कम दूरी का व सबसे सुविधाजनक मार्ग है. चूंकि इस सड़क मार्ग पर ट्रैफिक बहुत अधिक नहीं है, इसलिए अधिकांश यात्री इसी मार्ग का उपयोग करते हैं. लगभग 93 किमी की लखनऊ से कानपुर की दूरी को तय करने में लगभग ढाई घंटे लगते हैं. लखनऊ से कानपुर के बीच ट्रेन सेवा भी उपलब्ध है. दोनों शहरों के बीच प्रतिदिन लगभग 15 ट्रेनें चलती हैं. इसके अलावा हवाई सेवा के जरिए भी दोनों शहरों के बीच की दूरी तय की जा सकती है.
मुख्य सड़क पर ट्रैफिक को कम करने के लिए लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे (Lucknow Kanpur Expressway) को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा. यह इस तरह का पहला एक्सप्रेसवे है जो उत्तर प्रदेश में विकसित किया गया है. यह सड़क 3.5 किमी तक राष्ट्रीय राजमार्ग 25 के समानांतर चलेगी. यह रूट लखनऊ में शहीद पथ से शुरू होकर नवाबगंज को कानपुर से बंथरा, बानी, दतौली कांठा, तौरा, नीरना, अमरसस और रावल होते हुए जोड़ेगा.