देश के 4001 विधायकों के पास करीब 54545 करोड़ रुपये की संपत्ति होने का दावा किया जा रहा है. यह दावा एडीआर रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे किये गये हैं.
देश के वर्तमान विधायकों की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपये
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार राज्य विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों के वर्तमान विधायकों की औसत संपत्ति करीब 13.63 करोड़ रुपये है. जबकि पार्टियों के विधायकों की संपत्ति की बात करें तो बीजेपी के 1356 विधायकों की औसत संपत्ति 11.97 करोड़ रुपये है. जबकि कांग्रेस के विधायकों की औसत संपत्ति 21.97 करोड़ रुपये है. जबकि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के 227 विधायकों की औसत संपत्ति 3.51 करोड़ रुपये है. आम आदमी पार्टी के 161 विधायकों की औसम संपत्ति 10.20 करोड़ रुपये है. YSRCP के 146 विधायकों की औसत संपत्ति 23.14 करोड़ रुपये है.
देश के विधायकों की कुल संपत्ति 3 राज्यों के कुल वार्षिक बजट से 49103 करोड़ रुपये ज्यादा
एडीआर रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि देश के 4001 विधायकों की कुल संपत्ति 3 राज्यों नागालैंड, मिजोरम और सिक्किम के 2023-24 के कुल वार्षिक बजट से 49103 करोड़ रुपये अधिक है. नागालैंड का 2023-24 का वार्षिक बजट 23086 करोड़ रुपये है. मिजोरम का 14210 करोड़ रुपये और सिक्किम का 11807 करोड़ रुपये है.
बीजेपी के विधायकों की कुल संपत्ति 16234 करोड़ रुपये
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के कुल 1356 विधायकों की कुल संपत्ति 16234 करोड़ रुपये है. जबकि कांग्रेस के 719 विधायकों की कुल संपत्ति 15798 करोड़ रुपये है. YSRCP के 146 विधायकों की कुल संपत्ति 3379 करोड़ रुपये है. डीएमके के 131 विधायकों की कुल संपत्ति 1663 करोड़ रुपये है. जबकि आम आदमी पार्टी के 161 विधायकों की कुल संपत्ति 1642 करोड़ रुपये है.
भाजपा और कांग्रेस के विधायकों की कुल संपत्ति 84 राजनीतिक दलों के विधायकों से 59 प्रतिशत
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार भाजपा और कांग्रेस के वर्तमान विधायकों की कुल संपत्ति 16234 करोड़ रुपये और 15798 करोड़ रुपये है, जो 84 राजनीतिक दलों के वर्तमान विधायकों और निर्दलीय विधायकों की कुल संपत्ति 54545 करोड़ रुपये का 58.72 प्रतिशत या 32032 करोड़ रुपये है.
मिजोरम और सिक्किम के वार्षिक बजट से भी अधिक बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों की संपत्ति
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों की कुल संपत्ति मिजोरम और सिक्किम के वार्षिक बजट से भी अधिक है. रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों की कुल संपत्ति मिजोरम के 2023-24 के वार्षिक बजट 14210 करोड़ रुपये और सिक्किम के 2023-24 के वार्षिक बजट 11807 करोड़ रुपये अधिक है.
Also Read: बिहार: करोड़पति CM में जानिए किस नंबर पर आते हैं नीतीश कुमार, एडीआर की रिपोर्ट में हुआ खुलासाकर्नाटक के विधायक सबसे अमीर
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के विधायकों के पास सबसे अधिक संपत्ति है. रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के 223 विधायकों के पास कुल 14359 करोड़ रुपये है. जबकि इस मामले में दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र के विधायक हैं. महाराष्ट्र के 284 विधायकों के पास कुल 6679 करोड़ रुपये की संपत्ति है. तीसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश के विधायक हैं. यहां के 174 विधायकों के पास कुल 4914 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति मिजोरम और सिक्किम के बजट से भी ज्यादा
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि कर्नाटक के 223 विधायकों की कुल संपत्ति मिजोरम और सिक्किम के कुल वार्षिक बजट से अधिक है. वर्तमान विधायकों की कुल संपत्ति 54545 करोड़ रुपये का 26 प्रतिशत है.
21 राज्यों के विधायकों की कुल संपत्ति से भी अधिक है कर्नाटक के विधायकों की संपत्ति
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, दिल्ली, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गोवा, मेघालय, ओडिशा, असम, नागालैंड, उत्तराखंड, केरल, पुडुचेरी, झारखंड, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के वर्तमान विधायकों की संयुक्त संपत्ति से भी अधिक है. इन 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वर्तमान विधायकों की कुल संयुक्त संपत्ति 13976 करोड़ रुपये है.
विधायकों की सबसे कम कुल संपत्ति वाला राज्य त्रिपुरा
रिपोर्ट के अनुसार विधायकों की सबसे कम कुल संपत्ति वाला राज्य त्रिपुरा है, जहां 59 विधायकों की कुल संपत्ति 90 करोड़ रुपये. इसके बाद मिजोरम के 40 विधायकों की कुल संपत्ति 190 करोड़ रुपये है. जबकि मणिपुर के 60 विधायकों की कुल संपत्ति 225 करोड़ रुपये है.
रिपोर्ट में 84 राजनीतिक दलों के 4001 वर्तमान विधायक शामिल
ऐसासिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने देश के सभी राज्यों के विधानसभाओं और केंद्र शासित राज्यों के विधायकों के शपथपत्र का विश्लेषण किया है. जिसके अनुसार यह दावा किया गया है. इस रिपोर्ट में 84 राजनीतिक दलों के 4001 वर्तमान विधायकों और निर्दलीय विधायकों को शामिल किया गया.