हजारीबाग के शहरी क्षेत्र (सभी 36 वार्ड) में मंगलवार से जमीन एवं फ्लैट की खरीदारी (रजिस्ट्री) महंगी हो गया है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग विभाग से पत्र मिलने के बाद हजारीबाग जिला अवर निबंधक कार्यालय ने जमीन के बढ़ी न्यूनतम दर को एक अगस्त से लागू कर दिया. पहले दिन बुधवार को एक भी रजिस्ट्री नहीं हुई.
बता दें कि शहरी क्षेत्र के सभी 36 वार्ड में शामिल गांव (मौजा) और मोहल्ला की भूमि की न्यूनतम दर में बढ़ोतरी हुई है. पहले नगरपालिका शहरी क्षेत्र में 32 वार्ड थे. बाद में 36 वार्ड हुए. चार जुड़े नये वार्ड में लगभग 15-16 नये गांव भी जुड़े हैं. मूल्यांकन दर बढ़ने से इन सभी नये गांव में जमीन का मूल्यांकन दर चौगुना से भी अधिक बढ़ गया है. वार्ड-02 में कोलघट्टी गांव जुड़ा है.
पहले कोलघट्टी की भूमि का मूल्यांकन दर 86 हजार 980 रुपये प्रति डिसमिल था. यह दर बढ़ कर अब एक लाख 98 हजार 310 रुपये प्रति डिसमिल हो गयी है. इसी तरह वार्ड-04 में नया मौजा नौडीहा जुड़ा है. पहले नौडीहा गांव की भूमि की मूल्यांकन दर एक लाख 42 हजार 600 रुपये प्रति डिसमिल थी, अब यह तीन गुना बढ़ कर चार लाख 95 हजार 360 रुपये हो गयी है.
वार्ड-33 में शामिल डामोडीह गांव की भूमि की नयी मूल्यांकन दर 16 हजार 630 रुपये से बढ़ कर तीन लाख 68 हजार 690 रुपये प्रति डिसमिल हो गयी है. इसी तरह सभी 36 वार्ड में अलग-अलग भूमि की मूल्यांकन दर निर्धारित की गयी है.
जिला अवर निबंधक पदाधिकारी राम कुमार मद्धेशिया ने बताया कि राज्य सरकार प्रत्येक दो वर्षों में शहरी क्षेत्र की भूमि (जमीन) का न्यूनतम दर में बढ़ोतरी करती है. इससे पहले 2021 में शहरी क्षेत्र की भूमि (जमीन) की न्यूनतम दर में बढ़ोतरी की गयी थी. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग विभाग से पत्र मिलने के बाद हजारीबाग अवर जिला निबंधक कार्यालय के अधीन शहरी क्षेत्र के सभी 36 वार्ड में भूमि की नयी न्यूनतम दर फीड करने के बाद एक अगस्त से लागू किया गया है.