Bihar News: बिहार के अस्पतालों में वायरल कंजंक्टिवाइटिस के मराजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. वायरल कंजंक्टिवाइटिस से ग्रसित करीब एक चौथाई मरीज के सिर में दर्द और बुखार की परेशानी हो रही है. मरीजों को चक्कर आने जैसी परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है. लोगों के आंखों में लालपन की शिकायत करीब सात दिनों तक रह रही है. वहीं, अस्पतालों के नेत्र रोग विभाग में लगाता मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
बता दें कि पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और दूसरे अस्पतालों में कुल मरीजों के एक तिहाई वायरल कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित है. इसमें 40 प्रतिशत बच्चे शामिल है. बच्चे बड़ी संख्या में स्कूल से इस बीमारी को लेकर घर पहुंच रहे हैं. मालूम हो कि पटना के अलावा दूसरे जिलों में भी मरीजों में आईफ्लू की समस्या हो रही है. चिकित्सकों के अनुसार वायरल कंजंक्टिवाइटिस वायरसजनित रोग है और यह खतरनाक रुप भी ले सकता है. इसमें आखें लाल हो जाती है. आंखो से आंसू आते रहते है, इसमें कीचड़ आते है और चुभन व सूजन बीमारी के लक्षण है. वहीं, इस बीमारी से बचने के लिए पीड़ित की उपयोग की गई चीजों को दूर रखना चाहिए.
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वायरल कंजंक्टिवाइटिस एक वायरस जनित रोग है. साथ ही किसी चीज को हाथ लगाने पर इसे अलग करके रखने से ही बीमारी से बचाव हो सकता है. वायरल से बचने के लिए सावधानी ही सुरक्षा का रास्ता है. बीमारी से पीड़ित होने पर डाक्टर भी सावधानी बरतने की सलाह देते हैं. इसके उपचार के लिए चिकित्सक आई ड्राप देते हैं. इसे आंखों में डालना चाहिए. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा है. डॉक्टर्स बताते है कि मरीजों के आंख में हाथ मलने के बाद उसके इस्तेमाल की गई वस्तुओं को उपयोग करने से यह रोग तेजी से फैल रहा है. इसी कारण अस्पताल में तेजी से इससे पीड़ित होकर मरीज पहुंच रहे हैं.
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मरीजों के उपचार के बाद उन्हें चिकित्सक घर भेज रहे है. मरीजों स्कूली बच्चे व युवाओं की है. रोगियों की आंखें लाल हो रही है. इसके साथ ही आंखों में सूजन की समस्या हो रही है. साथ ही कई मरीजों के आंखों में खून के थक्के भी जमा थे. अस्पतालों में मरीज इस समस्या से बड़ी संख्या में पीड़ित होकर पहुंच रहे है. कई मरीजों की केस हिस्ट्री दिल्ली की मिली है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में हुई बारिश के बाद मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. बीमारी से बचने के लिए आंखों को साफ रखना चाहिए. इसे साफ पानी से धोएं. सफाई कई बीमारियों से हमारा बचाव कर सकती है. आंखों का खास ख्याल रखना बेहद जरुरी है.
सफाई के साथ ही आंखों में धूल-मिट्टी आदि नहीं जाने दें. आंख में खुजली होने पर इसे हाथों से नहीं रगड़ें. कॉन्टेक्ट लेंस पहनने वाले लोगों को इसका प्रयोग इस समय नहीं करना चाहिए. आंख में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. संक्रमण होने पर बर्फ के पानी से सिंकाई करें. वायरल कंजंक्टिवाइटिस वायरस कंजंक्टिवाइटिस का सबसे आम प्रकार होता है. इसके सीधे संपर्क में आने से यह फैलता है. आंखों में दर्द होने और चुभन होने, धुंधलापन महसूस होने, अधिक रौशनी में देखने में परेशानी होने और आंखों के अत्यधिक लाल होने से चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें.
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इस बीमारी से पीड़ित होने पर आंखों में किसी तरह की पट्टी या कपड़ा नहीं बांधे. इसके अलावा तलाब या पुल में जाने से बचें. साथ ही भीड़ वाली जगह में जाने से भी बचें. सिनेमाघर, बाजार या किसी तरह के समारोह में जाने से बचना चाहिए. एक ही आई ड्राप से परिवार के सभी सदस्यों को आई ड्राप का प्रयोग नहीं करना चाहिए. संक्रमित व्यक्ति के सामान, तौलिये, रुमाल, तकिये, चश्मे आदि के प्रयोग बिल्कुल नहीं करें. आंखों में गुलाब जल आदि का प्रयोग करने से जरुरी नहीं है कि परेशानी ठीक हो जाए. इसलिए चिकित्सक की सलाह लेना बहुत जरुरी है. आंखों को गंदे पानी से पोंछना भी परेशानी बढ़ा सकता है. इसलिए, सफाई बहुत जरुरी है.