गोमो: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत धनबाद रेल मंडल के 15 स्टेशनों का विकास होगा. स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने साथ-साथ स्थानीय कला-संस्कृति को दी प्राथमिकता दी जायेगी. गोमो स्टेशन में 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज बनाया जायेगा. गोमो के प्रभारी चीफ यार्ड मास्टर संजीव कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 06 अगस्त को देश के 508 स्टेशनों में अमृत भारत स्टेशन योजना का ऑनलाइन शिलान्यास करेंगे.
12 मीटर चौड़ा बनेगा फुटओवर ब्रिज
गोमो में निर्माणाधीन फुट ओवर ब्रिज के अलावा नया 12 मीटर चौड़ा फुटओवर ब्रिज बनाया जायेगा. यात्रियों की सुविधा तथा आवाजाही के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर, वेटिंग रूम, बेहतर प्रकाश, उन्नत पार्किंग, दिव्यांगजनों के अनुकूल बुनियादी ढांचा का विकास किया जायेगा. मौके पर सहायक अभियंता कुंवर शुभम पटेल, सीटीआई समरेंद्र कुमार, सीआईटी एके पांडेय, सीनियर सेक्शन इंजीनियर मनीष सिन्हा आदि थे.
इन स्टेशनों के होगा कायाकल्प
धनबाद रेल मंडल के चंद्रपुरा, गोमो, कतरास, नगरउंटारी, गढ़वा टाउन, पहाड़पुर, पारसनाथ, हजारीबाग रोड, कोडरमा, लातेहार, डालटनगंज, गढ़वा रोड, बरकाकाना, रेनुकूट तथा चोपन स्टेशन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकास किया जायेगा.
कहां-कितनी राशि होगी खर्च
चंद्रपुरा स्टेशन में 26.50 करोड़
गोमो स्टेशन में 32.40 करोड़
कतरास स्टेशन में 26.90 करोड़
नगर उंटारी स्टेशन में 26.30 करोड़
गढ़वा टाउन स्टेशन में 25.50 करोड़
पहाड़पुर स्टेशन में 28.10 करोड़
पारसनाथ स्टेशन में 30.40 करोड़
हजारीबाग रोड स्टेशन में 28.10 करोड़
कोडरमा स्टेशन में 30.30 करोड़
लातेहार स्टेशन में 24.50 करोड़
डालटनगंज स्टेशन में 29.20 करोड़
गढ़वा रोड स्टेशन में 24.50 करोड़
बरकाकाना स्टेशन में 32.60 करोड़
रेनुकूट स्टेशन में 31.70 करोड़
चोपन स्टेशन में 30.90 करोड़
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क्या है अमृत भारत योजना
भारतीय रेलवे ने रेलवे स्टेशनों के विकास को लेकर अमृत भारत स्टेशन योजना की शुरुआत की है. देश के 1275 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होगा. इसके तहत स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गयी है. इसमें स्टेशन पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, लिफ्ट/एस्केलेटर, स्वच्छता, मुफ्त वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध करना है. साथ ही हर स्टेशन पर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, कार्यकारी लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए नामांकित स्थान, भूनिर्माण आदि जैसी योजनाओं को भी शामिल करना है. इस योजना में इमारत में सुधार, शहर के दोनों किनारों के साथ स्टेशन को एकीकृत करना, मल्टीमॉडल एकीकरण, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल समाधान, गिट्टी रहित ट्रैक का प्रावधान, आवश्यकता के अनुसार ‘रूफ प्लाजा’, चरणबद्धता और व्यवहार्यता और निर्माण की भी परिकल्पना की गई है.