देश की राजधानी दिल्ली से झारखंड की राजधानी रांची के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट में शनिवार को तकनीकी खराबी आ गयी. 180 यात्रियों की जान हलक में आ गयी. सुबह दिल्ली से उड़ान भरने के आधे घंटे बाद पायलट को मालूम हुआ कि कुछ तकनीकी खराबी है. पायलट ने तत्काल वापस लौटने का फैसला किया. आखिरकार विमान दिल्ली पहुंचा और उसकी सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिंग करवायी. इसके बाद यात्रियों को दूसरे विमान से रांची भेजा गया. दूसरी फ्लाइट 12:35 बजे रांची पहुंची.
एक दिन पहले ही इंडिगो के विमान का इंजन हुआ था फेल
बता दें कि एक दिन पहले भी इंडिगो की फ्लाइट में गड़बड़ी आयी थी. विमान का एक इंजन बंद हो गया था. उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी. उस विमान में 181 लोग सवार थे. इस विमान ने शुक्रवार को पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी. इस विमान ने सुबह 9:08 बजे पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन कुछ ही देर बाद इंजन से तेज आवाज आने लगी. विमान को टेक-ऑफ करने में भी समय लग रहा था. समस्या को देखते हुए पायलट ने विमान की पटना में ही इमरजेंसी लैंडिंग कराने का फैसला किया.
बिहटा के पास से पटना लौटा विमान
इंडिगो की फ्लाइट 6ई2433 तब तक बिहटा के पास पहुंच चुकी थी. इसके बाद पायलट ने पटना एटीसी से संपर्क किया. इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत मांगी. एटीसी से इजाजत मिलने के बाद विमान को पटना की ओर मोड़ा और उसकी सुरक्षित लैंडिंग करवायी. इसके बाद एयरपोर्ट डायरेक्टर अंचल प्रकाश ने बताया कि टेक-ऑफ के तीन मिनट बाद ही विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी. उन्होंने कहा कि पायलट की सूझबूझ से 181 यात्रियों और आठ क्रू मेंबर्स की जान बच गयी.
एयरपोर्ट पर तैनात थे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड के वाहन
बाद में इस विमान के यात्रियों को दूसरे विमान से दिल्ली भेजा गया. इससे पहले विमान में मौजूद यात्रियों ने ईश्वर का शुक्रिया अदा किया और ‘बजरंग बली की जय’ का जयघोष किया. पायलट ने जब एटीसी को बताया कि विमान का एक इंजन बंद हो गया है, तो एयरपोर्ट पर एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को तैनात कर दिया गया. एयरपोर्ट प्रशासन भी किसी भी स्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह सक्रिय हो गया. फायर ब्रिगेड के वाहनों को रन-वे के पास तैनात कर दिया गया. हालांकि, पायलट और क्रू मेंबर्स की समझदारी से कोई दुर्घटना नहीं हुई.
संकटमोचन ने बचा ली सबकी जान
इंडिगो की फ्लाइट में मौजूद यात्रियों ने प्रभात खबर को बताया कि विमान में मौजूद सभी लोग तनाव में आ गये थे. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था. एयर होस्टेस ने यात्रियों का मनोबल बनाये रखा. एक एयर होस्टेस ने कहा कि सभी यात्री अपनी आगे वाली सीट को पकड़कर रखें. इस दौरान इंजन से बहुत तेज आवाज आ रही थी. लैंटिंग आसान नहीं थी. लेकिन, संकटमोचन ने हम सबकी जान बचा ली.