Jharkhand Tourist Destinations: घने जंगलों की हरी-भरी हरियाली से घिरा घाटशिला झारखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है. यह स्थल पूर्वी भारत के पर्यटकों के बीच अपेक्षाकृत लोकप्रिय है. पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के लोग इस स्थान को पसंद करते हैं और अक्सर सप्ताहांत के दौरान घाटशिला आते हैं.पहले घाटशिला में यात्री महीनों रहते थे. शहर की जलवायु और प्राकृतिक दृश्य कई लोगों को आकर्षित करते हैं.
सबसे प्रसिद्ध बंगाली लेखक विभूतिभूषण बंदोपाध्याय घाटशिला से थे. वह प्रतिष्ठित उपन्यास, “पाथेर पांचाली” के लेखक थे. लेखक के आवास को देखने के लिए बंगाली अक्सर घाटशिला आते हैं. यह शहर राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित है और भव्य सुवर्णरेखा नदी तट पर स्थित है. पूरे शहर में आपको कई झरने और खाड़ी दिखाई देंगी. शहर के चारों ओर पहाड़ियाँ होने के कारण प्राकृतिक दृश्य काफी मनमोहक है.
क्या देखें :
घाटशिला, झारखंड पर्यटन के आकर्षक स्थान में अगर आप यहां की प्राकृतिक सुन्दरता को निहारना चाहते हैं, तो ऑटो या फिर टैक्सी किराये पर ले सकते हैं. यहां स्थित फुलडुंगरी हिल घाटशिला से कुछ ही कदम की दूरी पर स्थित, जहां आप पैदल भी जा सकते हैं.
घाटशिला का शाब्दिक अर्थ
घाटशिला का शाब्दिक अर्थ है “एक नदी की चट्टानी लैंडिंग” (यहां घाट का अर्थ नदी घाट या क्वे और शिला का मतलब रॉकी भूमि है), जो सुवर्णरेखा नदी के तट पर एक छोटा सा शहर है, जो झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में वनों के क्षेत्र में स्थित है.
घाटशिला में क्या पढ़ें
मां रंकिणी मंदिर – जादुगोरा नामक स्थान पर स्थित है, जो घाटशिला के दक्षिण-पश्चिम में 16 किलोमीटर दूर है. एक अन्य मंदिर भी घाटशिला में ही स्थित है.
फूलडुंगरी पहाड़ी – फूलडूंगरी हिल्स घाटशिला से महज 5 किलोमीटर की दूरी मे है. लेकिन प्राकृतिक का आनन्द बहुत ही तारोंताजा होता है. जो इंसान को अपनी तरफ आकर्षित करता है,और प्राकृतिक पहाड़िया चारों तरफ हरियाली ही नजर आता है. फूलडंगरी हिल्स मे लोग वंहा पर साल मे एक बार जरूर कोई पिकनिक मनाने आता है. तभी तो इस जगह को “आउट ऑफ द वर्ल्ड एक्सेपेरिन्स कहाँ जाता है.
पंच पांडव – पंच पांडव घाटशिला में सबसे अधिक देखे जाने वाले दर्शनीय स्थलों में से एक है. यह स्थल घाटशिला शहर के मध्य से केवल 5 किमी की दूरी पर स्थित है. वहां आपको प्राकृतिक रूप से तराशे हुए पत्थर दिखेंगे जो पांच आदमियों से मिलते जुलते हैं. हालांकि अत्यधिक कटाव के कारण चट्टानें इस राज्य में पहुंच गई हैं, लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि वे महाभारत के पांच पांडव भाइयों का संकेत देते हैं. मूर्तियां काफी रोमांचक हैं और जब आप इन्हें पहली बार देखेंगे तो दंग रह जाएंगे.
बिंदा मेला – बिन्दा मेला यह मेला घाटशिला के लोगो का एक स्थानीय मेला है, जो कि अक्टबर-नवंबर माह मे मनाया जाता है. इस का श॒रुवात शासको ने की थी. जो अब वहाँ के स्थानीय जनजातीय के सम॒दाय के लोग आयोजन करता है. अब तक परम्परागात तरीके से बिन्दा मेला का आयोजन करते आ रहा है.
धारागिरी वाटरफाल्स
धारागिरी वाटरफाल्स को एक जल स्रोत मना जाता है. जो की ये वाटरफाल्स 25 फीट की ऊंचाई से झरने के रूप मे पानी गिरती है. इस 25 फीट से पानी जब गिरता है. तो बहुत ही सुन्दर चित्र का नज़र देखने को मिलता है, इसे देखकर इंसान आकर्षित हो जाता है.
और क्या देखे
इन के अलावा, रोमांचकारी लोग बरुडी झील, रतन्यि मंदिर, धरागिरि फॉल्स, नरोवा वन, सूरदा पहाहार और मोसाबोनि कॉपर खान आदि को देख सकते हैं. गलुड़ी सुबारनरेखा नदी के किनारे स्थित एक और आकर्षक पर्यटन स्थल है.
कैसे पहुंचे घाटशिला
ट्रेन से– यह हावड़ा-मुंबई ट्रैक के खड़गपुर-टाटानगर खंड पर एक रेलवे स्टेशन है, हावड़ा से 215 किमी की दूरी पर 2781/2782 इसपाट एक्सप्रेस, 8030/8029 कुर्ला / हावड़ा एक्सप्रेस, 2813/28147 एक्सप्रेस है.
यह भारत के 3 महानगरों अर्थात् मुंबई (बॉम्बे एक्सप्रेस द्वारा), कोलकाता (स्टील एक्सप्रेस द्वारा 6 एएम से शुरू होने वाली कई ट्रेनें) से आधी रात को 1.15 बजे तक समलेश्वरी एक्सप) और नई दिल्ली (नीलाचल और उत्कल एक्सप द्वारा) से जुड़ा हुआ है. जमशेदपुर और खड़गपुर को घाटशिला से जोड़ने वाली कई लोकल पैसेंजर ट्रेनें हैं. भारतीय रेलवे के साथ समय आदि की जांच के लिए.
रोड़ से – यह कोलकाता से लगभग 240 किमी दूर है. कोलकाता से जाने वालों को पहले NH 6 को बहरागोड़ा ले जाना पड़ता है और फिर जमशेदपुर के लिए सड़क मार्ग से जाना पड़ता है. खड़गपुर और जमशेदपुर के बीच चलने वाली बसें घाटशिला से गुजरती हैं. कोलकाता से जमशेदपुर और रांची जाने वाली बसें घाटशिला से भी गुजरती हैं. आपका सड़क मार्ग जमशेदपुर से 42 किमी दूर है.
कहां रहें
घाटशिला में ठहरने के लिए लॉजेज और होटल आसानी से यहां उपलब्ध हैं. विभूति विहार सम्मेलन सुविधाओं के साथ शानदार कमरों की पेशकश करता हुआ एक शानदार होटल है, जहां आप ठहर सकते हैं.