संसद का मानसून सत्र काफी हंगामेदार चल रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद मंगलवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर शुरू होने वाली चर्चा में भाग लेंगे. वह विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करेंगे. आपको बता दें कि सदन में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को चर्चा आरंभ होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को चर्चा का जवाब दे सकते हैं. इस बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस यानी ‘इंडिया’ पर निशाना साधा है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि विपक्ष खुद अविश्वास से भरा हुआ है, इसलिए वह संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने बीजेपी के संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए उक्त बात कही. बैठक में मौजूद बीजेपी के एक सांसद के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष अविश्वास से भरा हुआ है और इसे दिखाने के लिए वह अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं. प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मंगलवार को केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरु होनी है. विपक्ष की ओर से इस चर्चा की शुरुआत कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर सकते हैं.
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को ‘घमंडिया’ करार दिया और दिल्ली सेवा विधेयक पर मतदान में ‘सेमीफाइनल’ जीत के लिए पार्टी के राज्यसभा सदस्यों को बधाई दी. सूत्रों ने कहा कि मोदी ने कहा कि कुछ विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में मतदान को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले सेमीफाइनल बताया था.
आपको बता दें कि दिल्ली सेवा विधेयक को सोमवार को संसद की मंजूरी मिल गई क्योंकि राज्यसभा ने इस विवादास्पद विधेयक को पारित कर दिया. लोकसभा में सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का विफल होना तय समझा जा रहा है. उन्होंने 2018 के अपने भाषण का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने विपक्ष से 2023 में उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही थी.
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके नेता सामाजिक न्याय की बात करते हैं लेकिन उन्होंने वंशवादी, तुष्टिकरण और भ्रष्ट राजनीति से इसे सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया. उन्होंने कहा कि यह समय भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को खत्म करने का है.
भाषा इनपुट के साथ