Atiq Ahmed News : उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अब भगोड़ा घोषित कर दिया है. इसके साथ ही अब पुलिस ने अतीक के खास गुर्गे गुड्डू मुस्लिम को भी भगोड़ा घोषित करने की तैयारी कर ली है. उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी गुड्डू मुस्लिम के खिलाफ आज यानी मंगलवार को भगोड़ा घोषित कर दिया जाएगा. अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के वक्त मौके पर बम बरसाने वाले गुड्डू के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 82 तहत कार्रवाई की जाएगी. गुड्डू मुस्लिम का चकिया में भी एक पुराना मकान है, लेकिन धूमनगंज पुलिस अभी केवल शिवकुटी वाले मकान पर ही कार्रवाई करेगी.
गौरतलब है कि उमेश पाल शूटआउट कांड में गुड्डू मुस्लिम पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है. वह उमेश पाल की हत्या के बाद से लगतार फरार चल रहा है और पुलिस को चकमा दे रहा है. पुलिस की कार्रवाई बाद बमबाज गुड्डू मुस्लिम भी भगोड़ा घोषित हो जाएगा. भगोड़ा घोषित होने के बाद धारा 82 के तहत उसकी संपत्ति कुर्क की जाएगी. आपको बता दें कि 24 फरवरी को हुए उमेश पाल शूटआउट केस के बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार है. उस पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है.
इस बीच सोमवार को धूमनगंज पुलिस ने शाइस्ता के मकान पर उसे भगोड़ा घोषित करने वाला नोटिस चस्पा किया है. इसके साथ ही साथ डुगडुगी बजाकर मुनादी भी कराई गई. पुलिस ने अनाउंस कर चकिया इलाके में लोगों को शाइस्ता परवीन के भगोड़ा घोषित किए जाने की जानकारी भी दी. कोर्ट के आदेश पर ये कार्रवाई की गई है.
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत से पहले से ही शाइस्ता परवीन गायब है. अतीक अहमद की हत्या के बाद भी उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन उसके जनाजे में शामिल नहीं हुई थी. अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति को लेकर लखनऊ के एक होटल में कोई बड़ी डील होने वाली थी जिसको लेकर पुलिस ने उस होटल में छापा मारा था. इस छापेमारी में अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
उसने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए. पुलिस को वकील विजय मिश्रा से पता चला कि शाइस्ता और जैनब आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी. यही वजह है कि होटल में बेनामी संपत्तियों को बेचने की डील वकील के जरिए कराई जा रही थी. दोनों इन संपत्तियों को बेचकर देश से बाहर निकल जाने की कोशिश में थे और इस प्लान में अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा भी शामिल था.
अतीक अहमद की संपत्ति को बेचने में सबसे बड़ी दिक्कत ये आ रही थी कि यूपी का कोई भी कारोबारी माफिया की बेनामी संपत्ति खरीदने को तैयार नहीं था. इसी वजह से वकील विजय मिश्रा ने नेपाल में रहकर भारत में धंधा चालने वाले माफियाओं से संपर्क किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक वकील ने नेपाल में रहने वाले उस माफिया से डील भी कर लिया था और वो संपत्ति को खरीदने को तैयार था. संपत्ति की तस्वीर और वीडियो के साथ जरूरी कागजात विजय मिश्रा ने वॉट्सएप के जरिए नेपाल के उस माफिया को भेजे थे. इसके बाद जमीन की डील पक्की हो गई थी.
बता दें कि माफिया अतीक अहमद का परिवार चकिया के 297/205 एफ मकान में किराए पर रहता था. यह मकान जफर अहमद के नाम पर था. अतीक अहमद का पुश्तैनी मकान तोड़े जाने के बाद उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और बेटे इसी मकान में किराए पर रहते थे. पीडीए ने एक मार्च 2023 को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में अतीक के मकान को ध्वस्त कर दिया गया था.