बिहार में लगातार हो रही बारिश से सूबे की नदियों में उफान है. कोसी-सीमांचल की नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. कई इलाकों में अब बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोग नाव पर सवारी कर रहे हैं.
मैदानी इलाकों में हो रही बारिश के कारण कोसी, गंगा, महानंदा व उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं. कटिहार, भागलपुर, अररिया व पूर्णिया जिले में निचले इलाकों में पानी जमा हुआ है.प्रभात खबर
कटिहार में पिछले 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बीच जिले के सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में मंगलवार को वृद्धि दर्ज की गयी है. महानंदा नदी का जलस्तर में मंगलवार को सभी स्थानों पर वृद्धि दर्ज की गयी है.
कोसी बराज के 27 फाटक को खोल दिया गया है.मंगलवार की शाम पांच बजे कोसी बराज पर 02 लाख 23 हजार 760 क्यूसेक व बराह क्षेत्र में 01 लाख 25 हजार 300 क्यूसेक पानी रिकॉर्ड किया गया. बराज स्थित कंट्रोल रूम से हर एक घंटे पर नदी के मापांक को प्रसारित किया जाने लगा है.
महानंदा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. विभागीय सूत्र की माने तो महानंदा नदी में जलस्तर घटने बढ़ने का यह सिलसिला इसी तरह से अभी जारी रहेगा. सीमांचल में हो रही मूसलाधार बारिश तथा नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से महानंदा नदी के जलस्तर में बढ़ने का सिलसिला तत्काल मौसम के अनुसार जारी रहेगा.
पटना में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ चुका है. बारिश की वजह से गंगा में उफान है. पानी घाट की सीढ़ियों पर चढ़ता जा रहा है.
भागलपुर में लगातार दो दिनों से बारिश हो रही है. जिसके कारण गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. गंगा व कोसी, दोनों नदियों में उफान है. गांव के लोग बाढ़ की चिंता में हैं.
गंडक बराज वाल्मीकिनगर से मंगलवार को अप स्ट्रीम से दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया है. हालांकि भारत नेपाल के जल अधिग्रहण वाले क्षेत्रों में बारिश सोमवार की रात से रुक रुककर हो रही है. जिससे अनुमान है की मंगलवार रात तक जलस्तर तीन लाख क्यूसेक तक पहुंचा होगा.
नेपाल के जल अधिग्रहण वाले क्षेत्रों में आसमान में बादल छाए हुए हैं और मौसम विभाग की माने तो तीन दिन तक बारिश के आसार हैं. जिससे जलस्तर में वृद्धि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. कटाव का खतरा भी बढ़ गया है.
नेपाल में जोरदार बारिश से गोपालगंज में गंडक नदी खतरे के निशान से 12 सेमी ऊपर आ चुका है. जिले के छह प्रखंडों के 43 गांवों में आज शाम से पानी फैलने की आशंका है.