-
नेतरहाट में लोग सूर्योदय व सूर्यास्त देखने आते हैं.
-
नेतरहाट से 4 किमी ऊपर घाघरी झरने की सैर करनी चाहिए.
-
नेतरहाट में अपर घघरी जलप्रपात नये साल का आगाज करने के लिए एक माकूल जगह है.
Jharkhand Tourist Destinations: झारखंड की राजधानी रांची से करीब 150 किलोमीटर दूर लातेहार स्थित नेतरहाट में सूर्योदय और सूर्यास्त को निहारना रोमांचकारी अनुभव है. नेतरहाट में सनसेट और सनराइज के अलावा कई ऐसे भी दर्शनीय स्थल हैं, जिनका अगर दीदार नहीं किया तो आपकी नेतरहाट की यात्रा अधूरी रहेगी. प्रकृति के बेहद करीब अवस्थित ये स्थल नेतरहाट की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं.
क्यों है नेतरहाट आकर्षण का केंद्र
नेतरहाट में लोग सूर्योदय व सूर्यास्त देखने आते हैं. यह नजारा नेतरहाट से करीब 10 किमी की दूरी पर आकर्षक ढंग से देखा जा सकता है. इसके अलावा यहां घाघरी एवं लोअर घाघरी नमक दो छोटे-छोटे जलप्रपात भी हैं, जो प्रसिद्ध स्थल हैं.
मशहूर है अपर घघरी जलप्रपात
नेतरहाट स्थित पलामू डाक बंगला से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर घाघरी नदी के तट पर स्थित है अपर घाघरी जलप्रपात. अपर घघरी जलप्रपात नये साल का आगाज करने के लिए एक माकूल जगह है. पक्षियों के कलरव व घने वनों के बीच कलकल बहता जलप्रपात का पानी इसकी प्राकृतिक सौंदर्य में चार चांद लगा देता है. नेतरहाट से यहां बस या अन्य वाहनों से पहुंचा जा सकता है. ऊपरी घाघरी जलप्रपात नेतरहाट के प्रमुख आकर्षणों में से एक है. यह एक बहुत ही खूबसूरत जगह है जो झरनों से भरी घाटी के बीच आसमान के नीचे स्थित है, जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए. अगर आप अपनी यात्रा को और भी खास बनाना चाहते हैं, तो आपको नेतरहाट से 4 किमी ऊपर घाघरी झरने की सैर करनी चाहिए. यह स्थान एक पिकनिक स्थल के रूप में लोकप्रिय है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता के बीच पिकनिक मनाना मजेदार है.
लोअर घाघरी जलप्रपात का सौन्दर्य देखते बनता है
अपर घघरी जलप्रपात से पांच किलोमीटर की ही दूरी पर अवस्थित है लोअर घाघरी जलप्रपात. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती बरबस ही लोगों को अपनी ओर खींचती है. यहां तकरीबन 200 फीट की ऊंचाई से यहां पानी गिरता है. यहां छोटे वाहनों से ही पहुंचा जा सकता है. तकरीबन दो किलोमीटर की घाटी एवं घुमावदार रास्ते से गुजर कर यहां पहुंचा जा सकता है.
नेतरहाट कैसे पहुंचें
नेतरहाट के लिए रांची से बस , टैक्सी से जाया जा सकता है .पर्यटक इस प्राकृतिक पर्यटन स्थल तक पहुंचने के लिए अपने निजी वाहन का भी प्रयोग करते हैं . जो भी पर्यटक सड़क मार्ग से जाना चाहते हैं उन्हें झारखंड की वन अभ्यारण्य की असली खुबसूरती नज़र देखने का अनुभव होगा . सड़को के दोनों ओर हरे भरे पेड़ मन को धीमे धीमे अपनी ओर आकर्षित करते हैं .रांची से लोहरदगा होते हुए लगभग 102 किमी पर स्थित घाघरा चौक से दाहिनी तरफ से नेतरहाट की दूरी लगभग 55 किमी है . रास्ते में आने वाले ग्रामीण क्षेत्र की बस्तियों का नज़ारा भी मनमोहक लगता है .
प्रसिद्ध है नेतरहाट विद्यालय भी
यहां प्रसिद्ध नेतरहाट विद्यालय देख सकते हैं. इस विद्यालय की स्थापना नवंबर 1954 में हुई थी. राज्य सरकार द्वारा स्थापित और गुरुकुल की तर्ज पर बने इस विद्यालय में अभी भी प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर नामांकन होता है. नेतरहाट से चार किमी दूर ऊपर घाघरी झरना है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता के बीच पिकनिक मनाने का अपना अलग ही मजा है. 10 किमी की दूरी पर निचली घाघरी झरना है.
यह घने जंगलों के बीच से गुजरता है. 32 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए इस झरने को देखने से मन खुश हो जाता है. नेतरहाट में चीड़ वन के बीच एक अभ्यारण्य है. नेतरहाट का तापमान रांची की तुलना में पूरे वर्ष अच्छा रहता है. सबसे ज्यादा यहां लोग सनसेट प्वाइंट देखने आते हैं.
मानसून के सीजन में दिखती है लोध जलप्रपात की गजब की खूबसूरती
झारखंड में मूसलाधार बारिश से प्रकृति खिल उठी है. जलप्रपातों का सौंदर्य निखर उठा है. राज्य के सबसे ऊंचे फॉल लोध जलप्रपात (143 मीटर) की रौनक बढ़ गयी है. लातेहार का लोध फॉल बूढ़ा घाघ नाम से भी प्रसिद्ध है. ये झारखंड समेत बंगाल के पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है. जलप्रपात वैसे तो हर मौसम में दर्शनीय हैं, लेकिन बरसात के मौसम में इसे देखना और रोमांचकारी हो जाता है. जंगल व पठार में जब बारिश होती है, तब तीन अलग-अलग जगह ऊंचाई से गिरती इसकी विशाल जलधारा पर्यटकों में रोमांच पैदा कर देती है. लातेहार का लोध फॉल महुआडांड़ प्रखंड से 17 किमी दूर है. नेतरहाट से 62 किमी की दूरी पर है. लातेहार से 107 किमी की दूरी पर है. रांची से 217 किमी और मेदिनीनगर से 117 किमी दूर है.
ठहरने की व्यवस्था
झारखंड पर्यटन विभाग द्वारा नेतरहाट रिजॉर्ट प्रभात विहार होटल का निर्माण किया गया है. यहां ठहरने एवं खाने का उत्तम प्रबंध है . प्रभात विहार होटल से करीबन 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नेतरहाट डैम से संपूर्ण नेतरहाट का पानी सप्लाई किया जाता है.