Cloudburst In Himachal Pradesh : हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में बादल फटने से एक गांव में पानी घुस गया और इस दौरान एक मकान ढह गया. मकान के मलबे में एक ही परिवार के पांच लोगों के दबे होने की आशंका है. अधिकारियों ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया है कि बदल फटने की यह घटना जिले के पोंटा साहिब क्षेत्र में हुई है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि मलागी दादियात गांव के कई घरों में पानी घुस गया है और अचनल से एक घर ढह गया. उस घर के ढहने से करीब पांच लोगों के दबने की खबर है. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि पांचों लोग एक ही परिवार के है.
#WATCH | Himachal Pradesh | Water flow of Giri River increases after a cloudburst in Sirmour (09/08) pic.twitter.com/1SjCG4J13B
— ANI (@ANI) August 9, 2023
इलाके में बचाव अभियान जारी
राज्य आपातकालीन केंद्र की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि मलागी दादियात में मकान आदि को भारी नुकसान हुआ है और लोक निर्माण विभाग में काम करने वाले कुलदीप सिंह का घर ढह गया. अधिकारियों ने बताया कि मलबे में कुलदीप सिंह, उनकी पत्नी जीतो देवी समेत पांच लोगों के फंसे होने की आशंका है. घटना के तुरंत बाद वह बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है और यह खबर लिखे जाने तक जारी है.
पोंटा को शल्लाई से जोड़ने वाले NH -707 का एक हिस्सा अवरुद्ध
बता दें कि बादल फटने के बाद पोंटा को शल्लाई से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-707 का एक हिस्सा अवरुद्ध हो गया, जिसके कारण प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को प्रभावित गांव तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं. अधिकारियों ने बताया कि राजबन और सतौन के बीच भी सड़क अवरुद्ध हो गई है और गिरि नदी का जलस्तर बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से भी मदद मांगी है.
Also Read: PM Modi के भाषण से पहले निर्मला सीतारमण ने किया विपक्ष पर हमला, पढ़ें संबोधन की 9 बड़ी बातेंराज्य में बारिश संबंधी दुर्घटनाओं में 231 लोगों की जा चुकी है जान
मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक राज्य में बारिश संबंधी दुर्घटनाओं में 231 लोगों की जान जा चुकी है. आपातकालीन केंद्र के अनुसार, राज्य को करीब 6,731 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और अब भी करीब 190 सड़कें बंद हैं. स्थानीय मौसम कार्यालय ने बृहस्पतिवार और रविवार के लिए भारी बारिश का ‘यलो अलर्ट’ जारी किया है. साथ ही 15 अगस्त तक क्षेत्र में बारिश की संभावना जताई है. स्थानीय मौसम कार्यालय ने भूस्खलन होने, बाढ़ आने, नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ने को लेकर भी आगाह किया है.