राजधानी पटना में गंगा उफान पर है. गंगा नदी विकराल रूप धारण कर घाटों तक पहुंच गई है. वहीं पटना सिटी के आलमगंज स्थित भद्र घाट की सीढ़ियां डूब गई है.
गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही है. वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है तो वहीं कुछ बच्चे उफनती गंगा में खतरों से खेल रहे है. अपनी जान जोखिम में डालकर गंगा नदी में स्नान कर रहे है.
वहीं इन बच्चों को रोकने के लिए न ही कोई प्रशासन है और न ही इनको गंगा नदी में डूबने से बचाने के लिए कोई टीम मौजूद है. ऐसे में उफनती गंगा की लहरों में खेल कर रहे बच्चों के साथ कभी भी कोई अनहोनी घटना हो सकती है.
ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि गंगा घाटों पर पुलिस की तैनाती की जाए ताकि कोई भी अनहोनी घटना होने से पहले रोक सके. वैसे भी पटना सिटी के भद्र घाट से लेकर कंगन घाट तक गंगा स्नान के दौरान कितनो की डूबकर मौत हो चुकी है उसके बावजूद भी जिला प्रशासन शांत बैठी हुई है और किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही है.
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया था.
मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुए जेपी सेतु पहुंचे और गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया था. मुख्यमंत्री ने भ्रमण के दौरान गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और जानकारी ली थी.