एचइसी में इसरो के लिए एक और लांचिंग पैड तैयार हो रहा है, जिसका डिस्पैच दिसंबर तक होगा. एचइसी के अधिकारियों ने बताया कि यह अब तक का सबसे बड़ा लांचिंग पैड होगा. इसका कुल वजन 970 टन है, जो पूर्व में बनाने गये लांचिंग पैड से 150 टन अधिक है. वहीं, इसके डिजाइन में भी कुछ बदलाव किये गये हैं.
इसरो के वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को एचइसी के एचएमबीपी में बन रहे लांचिंग पैड का मुआयना किया और गुणवत्ता को लेकर एचइसी के अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रशंसा की. इधर, मुख्यालय में हुई बैठक में एचइसी के अधिकारियों ने कहा कि कार्यशील पूंजी के अभाव में कार्य में विलंब हुआ है. प्रयास होगा कि दिसंबर तक लांचिंग पैड का डिस्पैच कर दिया जाये.
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लांचिंग पैड का 75 फीसदी कार्य पूरा हो गया है. वहीं, इसरो के अधिकारियों ने कार्यशील पूंजी के लिए एचइसी को कुछ राशि उपलब्ध कराने की बात कही. इसरो इस लांचिंग पैड का उपयोग नये अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए करेगा. इसके अलावा एचइसी इसरो के लिए 200/25 टन का क्रेन, इलेक्ट्रिक ओवरहेड व गियर बॉक्स का भी निर्माण कर रहा है.
इसरो के लिए एचइसी अब तक तीन लांचिंग पैड बना चुका है. इन लांचिंग पैड से चंद्रयान समेत कई उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा गया है. चंद्रयान-3 भी एचइसी के लांचिंग पैड से ही भेजा गया.