पटना के गांधी मैदान में 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर चार जोन में बांट निर्धारित मानकों के अनुसार संपूर्ण तैयारी की जा रही है. चारों जोन में एडीएम स्तर के अधिकारी विधि-व्यवस्था व सुरक्षा पर नजर रखेंगे. समारोह में आने वाली भीड़ को लेकर सभी प्रवेश द्वार व परिसर के अंदर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जायेगी.
स्वतंत्रता दिवस समारोह में सरकार के विकासात्मक व लोक कल्याणकारी योजनाओं, समाज सुधार अभियान और महिला सशक्तीकरण सहित अन्य कार्यक्रमों से संबंधित 13 झांकियां निकलेंगी.
झांकियों के निर्माण का काम शुरू हो गया है. बड़े-बड़े खुले ट्रक पर झांकियां तैयार की जा रही हैं. झांकियों के प्रदर्शन में लगभग 350 कलाकार भाग लेंगे. झांकियों के प्रदर्शन के लिए संबंधित विभाग से नोडल पदाधिकारी बनाये गये हैं.
समारोह को लेकर गांधी मैदान में साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, बैठने की व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, पार्किंग आदि की तैयारी हो रही है. पेयजल आपूर्ति के लिए तीन प्राथमिक चिकित्सा शिविर प्रवेश द्वार के पास तैनात रहेंगे.
समारोह में मुख्य अतिथि का प्रवेश गेट संख्या एक से होगा. विशिष्ट अतिथियों या अतिथियों का ब्रजकिशोर पथ ( एग्जिबिशन रोड) के सामने रामगुलाम चौक के पास स्थित दक्षिण मुख्य द्वार गेट संख्या 10 से होगा.
समारोह को लेकर सैनिक व पुलिस बल की टुकड़ियों की रविवार को संयुक्त परेड की अंतिम रिहर्सल होगी. अंतिम रिहर्सल सुबह आठ बजे होगी. परेड में 16 टुकड़ियां शामिल होंगी. इसमें सीआरपीएफ, एसएसबी, एसटीएफ, बी सैप (पुरुष), बी सैप (महिला), जिला सशस्त्र बल (पुरुष), जिला सशस्त्र बल (महिला), होमगार्ड शहरी, होमगार्ड ग्रामीण, एनसीसी (आर्मी) बॉयज, एनसीसी (आर्मी) गर्ल्स, एनसीसी (नेवी), स्काउट्स एंड गाइड (बॉयज), स्काउटस एंड गाइड (गर्ल्स), श्वान दस्ता व फायर ब्रिगेड शामिल है.
भारतीय रिजर्व बैंक के सामने स्थित गांधी मैदान के दक्षिण द्वार गेट संख्या नौ से मीडिया का प्रवेश होगा. गांधी मैदान में प्रवेश करने वाले वाहन व सभी उपकरणों की एंटी-सैबोटाज जांच होगी. विलंब किये जाने पर गाड़ी के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी.
गांधी मैदान व कारगिल स्मृति चौक पर विधि-व्यवस्था के लिए 51 अलग-अलग जगहों पर 87 मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गयी है. चार सेक्टर मजिस्ट्रेट भी तैनात रहेंगे. सभी मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल को 15 अगस्त को सुबह छह बजे प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंचना होगा और वो तब तक मुस्तैद रहेंगे जब तक गांधी मैदान खाली नहीं हो जाये.