पटना. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ होने वाली बिहार के पार्टी नेताओं की गुरुवार को प्रस्तावित बैठक को टाल दिया गया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी से अधिकतम 35 नेताओं के नामों की सूची मांगी गयी थी. इस सूची में प्रदेश संगठन की ओर जो नाम शामिल किये गये थे, वो असंतोषजनक था. पार्टी सूत्रों की मानें तो 19 विधायकों में सिर्फ चार विधायकों का नाम सूची में शामिल किया गया था, जबकि कई ऐसे नेताओं का नाम सूची में भेजा गया, जिनको लेकर पार्टी नेताओं की ओर से आपत्ति जतायी गयी.
फिर से सूची भेजने के निर्देश
प्रदेश कांग्रेस की ओर से भेजी गयी सूची को खारिज करते हुए एआइसीसी की ओर से नेताओं के नाम की सूची में गड़बड़ी को देखते हुए फिर से सूची भेजने के निर्देश के साथ गुरुवार को होने वाली बैठक को टाल दिया गया है. अब बैठक की नयी तिथि नयी सूची आने के बाद जारी की जायेगी. पार्टी सूत्रों की मानें तो अब तक राहुल गांधी देश के 19 राज्यों के नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं. किसी भी राज्य की सूची में इस प्रकार से पसंद और नापसंद की सूची दिल्ली को नहीं भेजी गयी है.
आलाकमान में भेजी गयी सूची को खारिज किया
विपक्षी एकजुटता की दो बैठकों के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में सभी पार्टी के नेता जोर-शोर से लगे हुए हैं. कांग्रेस भी बिहार में अपना दमखम दिखाने के लिए पूरी ताकत झोंकने के मूड में है. इसी लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 16 और 17 अगस्त को बैठक बुलाई थी. कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने जो सूची पार्टी के केंद्रीय कार्यालय को सौंपी वो काफी असंतोषजनक थी और बताया जाता है कि सूची को देखकर आलाकमान काफी नाराज हुए हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ राहुल गांधी भी बैठक में मौजूद रहेंगे.
बैठक का मकसद सीट बंटवारा?
बैठक के संबंध में बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि बैठक जल्द होगी. बैठक में लोकसभा चुनाव में क्या दिक्कत और क्या परेशानी आ सकती है, कैसे हम लोग अपने और अपने गठबंधन की सीटों को जीत सकें इस पर राय विचार किया जाएगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी टिकट को लेकर इस बैठक में कोई चर्चा नहीं होगी, क्योंकि चुनाव में काफी समय है. टिकट किसको कहां से मिलेगा इस पर अभी बहस की कोई आवश्यकता नहीं है. कयास लगाया जा रहा है कि इस बैठक में बिहार कांग्रेस के नेता सीटों के बारे में भी चर्चा करेंगे और बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की बात जो अभी तक अटकी हुई है उस पर भी बात हो सकती है.
आगे की रणनीति के लिए यह बैठक
कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर विधायकों, पार्षदों और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से बातचीत कर आगे की रणनीति बनाने किए यह बैठक होनी है. एनडीए को कैसे सभी सीटों पर मात दी जाए इसकी रणनीति बनेगी. उन्होंने कहा कि राज्य वार कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व वरिष्ठ नेताओं के साथ बात कर रहा है. 2024 की चुनौती का सामने हमलोग करेंगे. 2024 में यह दावेदारी है कि अधिनायकवाद हटाएंगे, बीजेपी को हटाकर एक बेहतरीन सरकार बनाएंगे.
आठ सीट का दावा कर रही कांग्रेस?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस बिहार में आठ सीटों का दावा कर रही है. हालांकि जानकारों की मानें तो महागठबंधन में कांग्रेस को पांच सीट मिलने का अनुमान है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस भले ही I.N.D.I.A का अगुआ बन सकती है, लेकिन बिहार में आरजेडी और जदयू के भरोसे ही कांग्रेस को रहना होगा. निश्चित तौर पर 40 में 16-16 सीटों पर जदयू और आरजेडी लड़ेगी. कांग्रेस को पांच सीट दी जा सकती है. दो सीट भाकपा माले को और एक सीट सीपीआई को दिया जा सकता है. यह एक संभावना है.