17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड: साहिबगंज में डेंगू के 78 मरीज, पश्चिम बंगाल व बिहार जाकर करा रहे इलाज, ऐसे करें बचाव

साहिबगंज जिला मलेरिया सलाहकार डॉक्टर सती बाबू ने बताया कि अभी तक जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा साहिबगंज जिले के उधवा, राजमहल, साहिबगंज शहरी एवं बोरियो प्रखंड में संभावित 275 लोगों के ब्लड सैंपल की जांच की गयी. इसमें 78 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं.

साहिबगंज, अमित सिंह: झारखंड के अंतिम छोर पर बसे साहिबगंज जिले में डेंगू ने पांव पसारना प्रारंभ कर दिया है. इसके कारण जिले के लोग भयभीत हैं एवं डेंगू से बचाव को लेकर सतर्क रहने लगे हैं. मिली जानकारी के अनुसार 25 जुलाई 2023 को साहिबगंज जिले के उधवा प्रखंड में डेंगू के मरीज मिले थे. उसके बाद से धीरे-धीरे डेंगू के लक्षण मिलने पर संबंधित लोगों का ब्लड का सैंपल की जांच स्वास्थ्य विभाग के द्वारा की जा रही है. धीरे-धीरे डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है.

275 लोगों के ब्लड सैंपल की जांच

साहिबगंज स्वास्थ्य विभाग के जिला मलेरिया सलाहकार डॉक्टर सती बाबू ने बताया कि अभी तक जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा साहिबगंज जिले के उधवा, राजमहल, साहिबगंज शहरी एवं बोरियो प्रखंड में संभावित 275 लोगों के ब्लड सैंपल की जांच की गयी. इसमें 78 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि उधवा में डेंगू के 65, राजमहल में 01, साहिबगंज शहरी क्षेत्र में 11 एवं बोरियो प्रखंड में 01 डेंगू पीड़ित मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आईआरएस का छिड़काव एक अगस्त से किया जा रहा है. इसके अलावा 27 जुलाई से संबंधित गांव व आसपास के गांव में फॉगिंग कराया जा रहा है. सर्वे टीम के द्वारा कंटेनर सर्वे कराया जा रहा है. अधिक मात्रा में जलजमाव में टेमोफोस केमिकल का स्प्रे किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के द्वारा डोर टू डोर जाकर सैंपल का कलेक्शन किया जा रहा है.

Also Read: डुमरी उपचुनाव का रण: 1967 में एस मंजरी के बाद एक भी महिला नहीं बनी विधायक, क्या इस बार जनता दोहराएगी इतिहास?

पश्चिम बंगाल एवं बिहार जाकर मरीज करा रहे हैं इलाज

साहिबगंज जिले में अब तक मिले 78 डेंगू के मरीज मिले हैं. सभी डेंगू पीड़ित मरीज अपना इलाज पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के मालदा जिले एवं बिहार राज्य के भागलपुर मेडिकल कॉलेज में करा रहे हैं. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उधवा प्रखंड के सभी 65 डेंगू पीड़ित मरीज पश्चिम बंगाल के मालदा में जाकर अपना इलाज करा रहे हैं. डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर साहिबगंज जिले के लोगो की चिंता बढ़ गई है. जिला स्वास्थ्य विभाग जिले के वैसे गांव जहां डेंगू के मामले मिले हैं. वहां पर टीम लगाकर टेमोफोस केमिकल का स्प्रे करा रही है.

Also Read: झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन ने महिला मुखिया मिसफिका हसन के खिलाफ पीई दर्ज करने की दी अनुमति, ये है आरोप

एक वर्ष से ब्लड बैंक में रखा पड़ा है प्लेटलेट सेपरेटर मशीन

साहिबगंज सदर अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक के एक कर्मचारी ने बताया कि पिछले एक वर्ष से ब्लड बैंक में प्लेटलेट सेपरेटर मशीन रखी पड़ी है. जिला मलेरिया सलाहकार डॉक्टर सती बाबू ने बताया कि प्लेटलेट सेपरेटर मशीन के संचालक के लिए लाइसेंस व मेडिकल ऑफिसर की जरूरत होती है.

Also Read: पीवीटीजी छात्रों के लिए मुफ्त आवासीय कोचिंग शुरू करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य, बोले सीएम हेमंत सोरेन

25 जुलाई को मिला था पहला डेंगू का मामला

साहिबगंज जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 25 जुलाई 2019 को पूर्व उधवा प्रखंड में पहला डेंगू पीड़ित मरीज मिला थ. उसी समय से संबंधित गांव में फॉगिंग कराने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया था और वृहद पैमाने पर संभावित लोगों का ब्लड की जांच की गयी. अब तक किए गए कुल 275 सैंपल की जांच में 78 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए.

Also Read: झारखंड: गरीबी को मात देकर कैसे लखपति किसान बन गयीं नारो देवी? ड्राइवर पति के साथ जी रहीं खुशहाल जिंदगी

उधवा प्रखंड के आठ गांव है डेंगू से प्रभावित

साहिबगंज जिले के उधवा प्रखंड का आठ गांव दरगाडांगा, रामपुर, जंगलपाड़ा, इंग्लिश फुदकीपुर, बाबुटोला, किष्टोपुर, पहाड़ गांव व मोहनपुर डेंगू बीमारी से प्रभावित हैं.

प्रभावित गांव व मुहल्ले में आईआरएस का छिड़काव एवं फॉगिंग

साहिबगंज जिला मलेरिया सलाहकार डॉक्टर सती बाबू ने बताया कि उधवा के आठ गांवों के अलावा इसके पास के बीस गांव, साहिबगंज शहर ,राजमहल एवं बोरियो में आईआरएस का छिड़काव 51 टीमों के द्वारा एक अगस्त से किया जा रहा है. इसके अलावा 25 जुलाई से संबंधित गांव व आसपास के गांव में फॉगिंग करा जा रहा है. सर्वे टीम के द्वारा कंटेनर सर्वे कराया जा रहा है. अधिक मात्रा में जलजमाव में टेमोफोस केमिकल का स्प्रे किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के द्वारा डोर टू डोर जाकर सैंपल का कलेक्शन किया जा रहा है. इसके अलावा उधवा में हेल्थ कैंप लगाया गया है.

डेंगू के लक्षण

अचानक तेज बुखार आना, तेज सिर दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों में एवं मांसपेशियों में दर्द, नाक बहना, उल्टी होना, छाती और हाथों में खसरा जैसे चकते/दाने निकल आना, ग्रन्थियों से खून आना, भोजन में अरुचि या भूख न लगना.

डेंगू से बचाव के उपाय

मच्छरों से बचें. आसपास सफाई रखें. पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनें. मच्छरदानी का प्रयोग करें. संभव हो तो कीटनाशी युक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें. पानी के बर्तनों को ढंक कर रखें. बुखार होने पर खूब पानी पीयें और आराम करें. सप्ताह में पानी की टंकी, कूलर एवं फ्रीज की सफाई करें.

78 डेंगू पीड़ित मरीज हैं जिले में

साहिबगंज के सिविल सर्जन अरविंद कुमार ने कहा कि साहिबगंज जिले में 25 जुलाई को पहला डेंगू का मामला सामने आया है. उसके बाद जांच का दायरा बढ़ाने पर डेंगू के मामले में वृद्धि हुई. जिले में वर्तमान समय में 78 डेंगू पीड़ित मरीज की संख्या है. जिसका इलाज लोग अपने स्तर से करा करा रहे हैं. विभाग के द्वारा राजमहल अनुमंडल अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गया है. डेंगू के रोकथाम के लिए प्रभावित क्षेत्र में आईआरएस, केमिकल का स्प्रे, डोर टू डोर स्लाइड का कलेक्शन किया जा रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें