मृगेंद्र मणि सिंह: अररिया
Journalist Murder In Bihar: अररिया के रानीगंज निवासी पत्रकार विमल यादव उर्फ पप्पू हत्याकांड मामले में शनिवार की देर रात तक ताबड़तोड़ छापेमारी की गयी जिसके बाद पुलिस ने चार नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. शुक्रवार की सुबह पत्रकार विमल यादव को हत्या अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी. परिजनों ने पुलिस को बताया था कि चार की संख्या में अपराधी घर पहुंचे और विमल यादव को आवाज लगाकर पुकारा. जब वो घर से बाहर निकले तो गोली मार दी . इस हत्याकांड से प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी थी और पुलिस मुख्यालय ने अररिया पुलिस से इसपर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है.
पत्रकार विमल यादव हत्याकांड मामले में कुल 8 नामजद अभियुक्त बनाए गए हैं. इनमें 4 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, अन्य दो अभियुक्त पूर्व के मामले में जेल में बंद हैं. जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार यादव हत्याकांड का #BiharPolice द्वारा सफल उद्भेदन ! हत्याकांड में नामजद 8 अभियुक्तों में से 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है, शेष 4 अभियुक्तों में से 2 अभियुक्त पूर्व से ही न्यायिक हिरासत में हैं I जिन्हें विधिवत रिमांड ..(1/2)@ArariaP
— Bihar Police (@bihar_police) August 19, 2023
अररिया पुलिस ने पत्रकार विमल यादव हत्याकांड में जिन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है उनका विवरण इस प्रकार है..
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विपिन यादव- पिता छेदी यादव-भरना थाना, भरगामा अररिया
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भवेश यादव- पिता लस्सी यादव-बेलसारा थाना रानीगंज अररिया
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आशीष यादव-पिता देवानंद यादव- बेलसारा थाना रानीगंज अररिया
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उमेश यादव-पिता स्व तेजनारायण यादव- कोशिकापुर उत्तर थाना रानीगंज अररिया
इन दो अभियुक्तों को जेल से रिमांड पर लेने की चल रही तैयारी..
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रूपेश यादव-पिता उगेन यादव-बेलसारा थाना रानीगंज अररिया, जो सुपौल जेल में बंद है
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क्रांति यादव- पिता उमेश यादव-कोशिकापुर उत्तर थाना रानीगंज अररिया, जो अभी अररिया जेल में बंद है.
बता दें कि पत्रकार विमल कुमार के भाई की हत्या पूर्व में कर दी गयी थी. 29 अप्रैल 2019 को विमल कुमार के भाई सरपंच गब्बू यादव को खदेड़कर गोली मार दी गयी थी. इस हत्याकांड के चश्मदीद गवाह विमल कुमार थे जिनकी गवाही अदालत में होनी थी. मृतक की पत्नी ने पुलिस को बताया है कि उनके पति को गवाही नहीं देने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था.
अररिया पुलिस ने इस मामले में जिन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है उनमें एक विपिन यादव विमल यादव के भाई पूर्व सरपंच गब्बू यादव हत्याकांड में अभियुक्त रहा है. विपिन यादव उस समय सरपंच की बाइक पर पीछे बैठा था जब सरपंच को खदेड़कर गोली मारी गयी थी. वहीं एक अभियुक्त भवेश यादव पर आरोप है कि आगे इस हत्याकांड के गवाहों को मुकरने पर मजबूर किया. जिससे इस बात की शंका जाहिर की जा रही है कि भवेश यादव की इस हत्याकांड में संलिप्तता हो सकती है. क्योंकि पत्रकार विमल कुमार गवाही से मुकरने को तैयार नहीं थे. भवेश यादव पंचायत समिति का चुनाव लड़ चुका है और 2010 तक अपराध की दुनिया में बेहद सक्रिय रहा. उसके बाद से इसकी सक्रियता घटी लेकिन अपराध में संलिप्तता खत्म नहीं हुई.
वहीं गिरफ्तार किए गए अन्य अभियुक्त आशीष यादव के बारे में बताया जाता है कि ये बेलसारा का रहने वाला है और जिस गिरोह पर इस हत्याकांड का शक जा रहा है, उस माधोशर्मा गैंग का ये गुर्गा है. जबकि उमेश यादव जेल में बंद क्रांति यादव का पिता है. क्रांति यादव अभी अररिया जेल में बंद है और पुलिस उसे भी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है.
गौरतलब है कि अररिया पुलिस ने पत्रकार विमल यादव हत्याकांड की जांच व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एक एसआइटी का गठन किया. जिसका नेतृत्व डीएसपी रामपुकार सिंह कर रहे हैं. इस टीम में रानीगंज थानाध्यक्ष कौशल कुमार, बौसी थानेदार हरेंद्र कुमार, साइबर थाना के अपर थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु, तकनीकी सेल के संजय कुमार, आदि शामिल हैं.
पुलिस ने 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी में अब दो सवाल सामने आते हैं कि अगर इनकी भूमिका इस हत्याकांड में रही होगी तो ये हत्या के बाद अपने घर में आराम से कैसे पड़े थे. वहीं अभी तक पुलिस ने उस हथियार की बरामदगी की बात नहीं की है जिससे पत्रकार विमल यादव की हत्या की गयी.