कोलकाता , अमर शक्ति : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को हावड़ा जिले से जोड़ने वाली द्वितीय हुगली सेतु अर्थात् विद्यासागर सेतु का नवंबर महीने से मरम्मत कार्य शुरू होने की संभावना है. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्गापूजा के बाद नवंबर महीने में राज्य सरकार इस पुल पर आठ महीने से एक साल तक के लिए ट्रैफिक कंट्रोल करने जा रही है. जानकारी के अनुसार, देश के सबसे बड़े केबल स्टे ब्रिज का नवीनीकरण कार्य पूजा के बाद शुरू किया जायेगा. बताया गया कि विद्यासागर सेतु की हालत इतनी खराब हो गयी है कि अगर जल्द मरम्मत नहीं करायी गयी तो यह और भी खतरनाक हो जायेगा.
विशेषज्ञों ने सेतु को पूरी तरह से बंद रख कर मरम्मत कार्य करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन ये संभव नहीं है. इसलिए, राज्य सरकार इस ब्रिज पर यातायात व्यवस्था पर प्रतिबंध लगाने की राह पर चलने जा रही है. 1992 में लांच किया गया 823 मीटर लंबा विद्यासागर सेतु पर 152 केबल लगाये गये हैं, जिस पर सेतु टिका हुआ है और प्रारंभिक सर्वेक्षण के अनुसार, इनमें से लगभग 14 केबल बहुत खराब स्थिति में हैं. बाकी का भी परीक्षण किया जा रहा है. परिणामस्वरूप, बदले जानेवाले केबलों की संख्या बढ़ सकती है. एक तरफ का काम पूरा होने में करीब चार माह का समय लगेगा. ऐसे में पुल का काम पूरा होने में आठ महीने से एक साल तक का समय लग सकता है.
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विद्यासागर सेतु कुल छह लेन का ब्रिज है. इसलिए निर्णय लिया गया है कि जिस दिशा में काम होगा, उस दिशा की दो लेन बंद कर दी जायेंगी और एक को खुला रखा जायेगा. उस दौरान स्थानीय रूट की बसों और छोटे दो और चार पहिया वाहनों को छोड़कर किसी भी वाहन को इस पुल से गुजरने की अनुमति नहीं दी जायेगी. सभी लंबी दूरी की बसों, माल लॉरियों, मेटाडोरों को निबेदी पुल के माध्यम से डायवर्ट किया जायेगा. उसी को ध्यान में रखते हुए हावड़ा और कोलकाता दोनों दिशाओं में यातायात व्यवस्था की जा रही है. उम्मीद है कि यात्रियों को ज्यादा असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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