अनुपम कुमार, पटना: बिहार में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति होने वाली है. इसकी परीक्षाएं 24 अगस्त से 26 अगस्त तक विभिन्न जिलों में ली जायेंगी. इसके लिए आठ लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. आरंभ में केवल बिहार के मूल निवासियों के लिए ही इसका विज्ञापन दिया गया था. बाद में शिक्षा विभाग के निर्देश पर इसे सबके लिए मान्य कर दिया गया. लिहाजा, इस परीक्षा में प्रदेश के बाहर के भी अभ्यर्थी बड़ी संख्या में भाग लेंगे.
बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए अंतिम रूप से आवेदन करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों में 312560 अभ्यर्थी बिहार से बाहर के हैं, जो कि कुल आवेदकों के 38.56 फीसदी हैं. इस प्रकार 61.4 फीसदी आवेदक बिहार के हैं. आरक्षण का प्रावधान केवल बिहार के आवेदकों के लिए होने के कारण बाहरी आवेदकों की भीड़ का आरक्षित सीटों पर असर नहीं पड़ेगा. लेकिन, सामान्य श्रेणी में इससे प्रतियोगिता बढ़ जायेगी.
प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा दो सिटिंग में होगी. बीपीएससी में शनिवार को हुए एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि पहली सिटिंग में केवल पुरुष अभ्यर्थी शामिल होंगे, जबकि दूसरी सिटिंग में केवल महिला अभ्यर्थी होंगी. पहले दिन 24 अगस्त को इनके विषय पत्र की परीक्षा होगी, जबकि 25 अगस्त को दूसरे दिन अनिवार्य भाषा पत्र की परीक्षा होगी. उसमें इनके साथसाथ माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थी भी शामिल होंगे.
शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने वाले अपीयरिंग अभ्यर्थी बीएड और सीटेट में फेल भी कर गये, तो एक अवसर काउंट हो जायेगा. बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने शुक्रवार को ट्विट किया कि 31 अगस्त तक होने वाली बीएड और सीटेट परीक्षा में शामिल होने वाले अपीयरिंग अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया गया है, लेकिन वे इस बात का ध्यान रखें कि शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने के लिए उनकाे दिये गये तीन अवसरों में से एक अवसर इसके द्वारा समाप्त हो जायेगा, भले ही वे बीएड या सीटेट की परीक्षा में फेल होने की वजह से शिक्षक नियुक्ति परीक्षा की मेधा सूची में शामिल करने से वंचित कर दिये गये हाें.
परीक्षा शुरू होनेसे 2:30 घंटापहले परीक्षा केंद्र के भीतर परीक्षार्थियों का प्रवेश शुरू हो जायेगा और एक घंटा पहलेपूरी तरह बंदहो जायेगा.परीक्षा केंद्र केमुख्य गेट केसाथ सभी कक्षों मेंभी सीसीटीवी लगा होगा.परीक्षा केंद्र मेंमोबाइल और किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने पर पूरी तरह रोक रहेगी. यहां तक कि वीक्षक भी मोबाइल नहीं लेजा सकेंगे और केंद्राधीक्षक के पास भी कीपैड वाला मोबाइल ही रहेगा.
फेसिअल पहचान के साथ के अंगूठे की छाप और आइरिस स्कैन को भी बायोमेट्रिक केरूप में लिया जायेगा. साथ ही एडमिट कार्ड के क्यूआर कोड को भी स्कैन किया जायेगा. परीक्षा केरिजल्ट प्रकाशन के बाद डोसियर की हार्ड कॉपी केसाथ सॉफ्ट कॉपी भी भेजी जायेगी. इसमें बायोमेट्रिक भी दर्ज होगी, जिसके कारण किसी के परीक्षा में सफल होने और किसी और के उसकी जगह नौकरी करनेकी स्थिति में वह पकड़ में आ जायेगा.
ऐसे परीक्षार्थी जिन्होंने सीटेट या बीएड के अपीयरिंग कैंडिडेट के रूप में फॉर्म भरा है,उनकी परीक्षा 31 अगस्त तक समाप्त हो जानी चाहिए. दस्तावेज सत्यापन तिथि तक उनका रिजल्ट भी प्रकाशित हो जाना जरूरी है, अन्यथा उनकी नियुक्ति खारिज हो जायेगी. कई श्रेणियों के शिक्षकों में आवेदकों की संख्या पांच, 13 और 24 गुनी तक है,वहीं उच्च माध्यमिक शिक्षक समेत कई श्रेणियों में रिक्तियों की संख्या से भी कम आवेदक होने के कारण निश्चित रूप से कई रिक्तियां खाली रह जायेंगी.
अभ्यर्थियों को हर दिन हर पाली में प्रवेशपत्र की एक अतिरिक्त प्रति को अपने साथ परीक्षा केंद्र में ले जाना होगा और वीक्षक के समक्ष हस्ताक्षर कर उन्हें सौंपना होगा. बीपीएससी केअध्यक्ष के अनुसार पहले निगेटिव मार्किंग लागू करनेका निर्णय लिया गया था और अब तक प्रश्नपत्र प्रिंट हो चुकेहैं. लिहाजा,प्रश्न पत्रों में निगेटिव मार्किंग का निर्देश छपा हुआ होगा, इसके बावजूद यह लागू नहीं होगा.