सतीश कुमार, रांची :
इस वर्ष मॉनसून की बेरुखी का असर राजधानी रांची के तीनों डैमों पर पड़ा है. तीनों डैम में पिछले साल की तुलना में जलस्तर चार से छह फीट तक कम है. अगर बारिश की यही स्थिति रही तो आनेवाले समय में शहर की लगभग पांच लाख आबादी को पेयजल संकट से जूझना पड़ सकता है. इस वर्ष रांची में वास्तविक वर्षा 457 मिलीमीटर हुई है, जबकि यहां सामान्य वर्षा 729.6 मिलीमीटर होनी चाहिए थी.
इस हिसाब से रांची में अब तक सामान्य से 37 प्रतिशत कम बारिश हुई है. फिलहाल रुक्का डैम में क्षमता से लगभग 16 फीट, हटिया में 13 फीट व कांके डैम में 12 फीट पानी कम है. 19 अगस्त 2023 को रुक्का डैम का जलस्तर 20.8 फीट रहा, जबकि पिछले साल इस तिथि को डैम का जलस्तर 25.6 फीट था. यानि पिछले साल की तुलना में इस साल डैम में लगभग पांच फीट कम पानी जमा हो पाया है.
इसी प्रकार रुक्का कांके डैम का जलस्तर 16.1 फीट है, जबकि पिछले साल इस तिथि को डैम का जलस्तर 22.4 फीट था. कांके डैम में पिछले साल की तुलना में लगभग छह फीट पानी कम है. हटिया डैम की स्थिति भी इसी प्रकार है. वर्तमान में हटिया डैम का जलस्तर 26.2 फीट है, जबकि पिछले साल डैम का जलस्तर 30.5 फीट था. पिछले साल माॅनसून के दौरान 20 अगस्त को रांची में 539.2 मिमी वर्षा हुई थी.
जबकि इस तिथि तक सामान्य बारिश 707 मिमी होनी चाहिए. इस तिथि तक 24% कम वर्षा हुई थी. इस वर्ष पिछले साल की तुलना में लगभग 13% कम बारिश हुई है. पिछले साल अगस्त के अंतिम सप्ताह में हुई बारिश के बाद रुक्का व कांके डैम का जलस्तर ओवर फ्लो हो गया था. दोनों डैम का एक-एक फाटक को खोलना पड़ा था.