संजीव मिश्रा, देवघर. इस साल सावन का महीना बहुत खास है. सावन में इस साल अधिक मास का भी संयाेग रहा. जिसके कारण सावन में ही कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार भी पड़े. अधिक मास पड़ने के कारण नाग पंचमी का पर्व अगस्त माह में चला गया. खास ये रहा कि, सावन सोमवार के दिन ही नाग पंचमी का पर्व भी पड़ रहा है. पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होती है. नाग पंचमी पर नागों की पूजा का खास महत्व है. इस दिन विशेषकर बासुकी नाग की पूजा का महत्व है. भोलेनाथ अपने गले में वासुकी नाग को हार की तरह लपेटे हैं. इसलिए शिवजी के प्रिय सावन सोमवार के दिन नाग पंचमी पड़ने से इसका महत्व है.
सावन के सातवें सोमवार पर नाग पंचमी
सोमवार को सावन माह का सातवां सोमवार व्रत होगा और इसी दिन नाग पंचमी भी रहेगी. नाग पंचमी पर शिव के गण नाग देवता की पूजा का विधान है. ऐसे में इस साल भक्त एक ही दिन शिवजी और नाग देवता की पूजा-व्रत कर दोगुना आशीर्वाद प्राप्तका संयोग है. इस दुर्लभ संयोग को बहुत ही खास माना जा रहा है.
24 साल बाद सावन सोमवार पर नाग पंचमी
सावन के सातवें सोमवार पर नाग पंचमी का संयोग है . इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं. 21 अगस्त को शुभ नामक योग बनेगा और चित्रा नक्षत्र भी रहेगी. इस साल नाग पंचमी का पर्व अधिकमास के बाद और सावन सोमवार के दिन पड़ रहा है. माना जा रहा है कि ऐसा संयोग पूरे 24 साल बाद बना है.
सावन सोमवार और नाग पंचमी पर शुभ योग और पूजा मुहूर्त
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शुभ योग – 20 अगस्त रात 09:59 से 21 अगस्त 2023 रात 10:21 तक
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शुक्ल योग – 21 अगस्त रात 10:21 से 22 अगस्त 2023 रात 10:18 तक
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पूजा मुहूर्त – 21 अगस्त सुबह 06:21 से सुबह 08:53 तक
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उत्तम मुहूर्त – 21 अगस्त सुबह 09:31 से सुबह 11:06 तक
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प्रदोष काल मुहूर्त – 21 अगस्त शाम 05:27 से रात 08:27 तक
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