नई दिल्ली : भारत पूरी तरह से समर्पित कार दुर्घटना सुरक्षा कार्यक्रम (एनसीएपी) अपनाने वाला दुनिया का पांचवां देश बनने के लिए तैयार है. फिलहाल, आसियान एनसीएपी, लैटिन एनसीएपी, यूरो एनसीएपी और एएनसीएपी जैसे महाद्वीप आधारित एनसीएपी कार्यक्रमों के अलावा अमेरिका, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के पास उन देशों में कार सुरक्षा का आकलन करने के लिए अपने स्वयं के समर्पित कार दुर्घटना सुरक्षा कार्यक्रम हैं. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 22 अगस्त, 2023 को भारत में पहला समर्पित कार दुर्घटना सुरक्षा कार्यक्रम शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसे भारत भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (भारत एनसीएपी) नाम दिया गया है.
भारत एनसीएपी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारत एनसीएपी लॉन्च करेंगे, जो मोटर वाहनों के लिए सुरक्षा मानकों को 3.5 टन तक बढ़ाकर देश में सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएगा. भारत उन शीर्ष देशों में से एक है, जहां हर साल सड़क दुर्घटनाओं के कारण चिंताजनक रूप से बड़ी संख्या में मौतें दर्ज की जाती हैं. भारत एनसीएपी से देश भर में उस संख्या को कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है. मंगलवार को भारत एनसीएपी लॉन्च होने से पहले जानते हैं कि दुनिया के किन अन्य चार देशों में एनसीएपी को अपनाया गया है.
संयुक्त राज्य अमेरिका
दुनियाभर में कार दुर्घटना सुरक्षा कार्यक्रम अपनाने वाला पहला देश अमेरिका है, जहां दो अलग-अलग एजेंसियां बेचे जाने वाले वाहनों की सुरक्षा का आकलन करती हैं. इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन (एनएचटीएसए) एक सरकारी एजेंसी है, जो वाहनों के लिए स्टार रेटिंग का आकलन और प्रदान करती है. यह 1978 से कारों का परीक्षण कर रही है और सालाना लगभग 125 कारों का क्रैश टेस्ट करता है. दूसरी, इंश्योरेंस इंस्टीट्यूट फॉर हाईवे सेफ्टी (आईआईएचएस) एक स्वतंत्र बीमा-उद्योग समर्थित गैर-लाभकारी संगठन है, जो वाहनों का अलग से मूल्यांकन और स्टार रेटिंग प्रदान करती है. आईआईएचएस हर साल 100 से अधिक नए वाहनों पर छह क्रैश परीक्षणों की अपनी शृंखला आयोजित करती है. ये दोनों संगठन अमेरिका में बेची जाने वाली कारों का उनके सुरक्षा मानकों के आधार पर मूल्यांकन और रेटिंग करते हैं.
चीन
चाइना एनसीएपी या सी-एनसीएपी एक चीनी कार सुरक्षा मूल्यांकन कार्यक्रम है, जिसे मुख्य रूप से यूरो एनसीएपी द्वारा स्थापित सुरक्षा मानकों के आधार पर तैयार किया गया है. सी-एनसीएपी कार्यक्रम चीन ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर (सीएटीआरसी) की ओर से चलाया जाता है.
जापान
जापान में कार सुरक्षा प्रदर्शन में सुधार के लिए 1995 में जापान नई कार असेसमेंट प्रोग्राम (जेएनसीएपी) शुरू किया गया था. जापान दुनिया में अग्रणी कार बनाने वाले देशों और कार बाजारों में से एक है. जेएनसीएपी क्रैश परीक्षण करता है और हर साल विभिन्न मॉडलों को स्टार रेटिंग प्रदान करता है. इस कार्यक्रम ने सुरक्षा उपकरणों की स्थापना स्थितियों और ब्रेकिंग परफॉर्मेंस और फ्रंट क्रैश परीक्षणों के परिणामों के आधार पर कारों का परीक्षण शुरू किया. बाद में 1999 और 2000 में साइड-इफ़ेक्ट और ऑफ़सेट फ्रंटल क्रैश परीक्षण शुरू किए गए.
दक्षिण कोरिया
कोरियाई एनसीएपी दक्षिण कोरिया में नई कार सुरक्षा मूल्यांकन और रेटिंग कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम के तहत नए कार मॉडलों का परीक्षण किया जाता है और क्रैश परीक्षणों में उनके प्रदर्शन के आधार पर सुरक्षा रेटिंग प्रदान की जाती है.
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पांचवां देश बनने को तैयार अब भारत
कार दुर्घटना सुरक्षा कार्यक्रम लागू करने के मामले में अमेरिका, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के बाद अब भारत पांचवा देश बनने को तैयार है. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारत एनसीएपी को लॉन्च करेंगे और इसके बाद पूरे देश में बड़े पैमाने पर इस कार्यक्रम को क्रियान्वित किया जाएगा.