बीसीसीआई की सीनियर पुरुष चयन समिति ने एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है. रोहित शर्मा टीम के कप्तान होंगे, जबकि हार्दिक पांड्या को उपकप्तान बनाया गया है. भारत ने तीन चोटिल स्टार जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की वापसी हुई है. इनको टीम में शामिल किया गया है. युवा तिलक वर्मा पर भी प्रबंधन ने भरोसा दिखाया है. यहां हम बता रहे हैं एशिया कप के लिए टीम में जगह पाने वाले खिलाड़ियों का मजबूत और कमजोर पक्ष…
रोहित शर्मा इस साल खेल के सभी प्रारूपों में शानदार फॉर्म में हैं. उन्होंने वनडे विश्व कप 2019 के दौरान 5 शतक बनाए, जो विश्व कप के किसी भी संस्करण में किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे अधिक है. रोहित शर्मा जब फॉर्म में होते हैं तो वह किसी भी गेंदबाज की धुनाई करने का मादा रखते हैं.
रोहित शर्मा मैदान के चारों ओर शॉट खेलते हैं. वह तेज गेंदबाजों पर जिस प्रकार प्रहार करते हैं, स्पिनर्स पर स्वीप शॉट भी उतने ही लाजवाब तरीके से खेलते हैं. रोहित शर्मा के वनडे क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 243 मैचों में 9825 रन बनाए हैं जिसमें 30 शतक और 48 अर्धशतक शामिल हैं.
वनडे में रोहित शर्मा का औसत अब तक 48.63 का रहा है और बेस्ट स्कोर 264 रन रहा है. लेकिन, रोहित की हालिया सफलता का मतलब यह नहीं है कि उनकी बल्लेबाजी बेदाग है. वह उन परिस्थितियों में हमेशा अच्छे रहे हैं जहां गेंद ज्यादा घूमती नहीं है. लेकिन जब भी गेंद हवा में या पिच से बाहर कुछ करती है, तो रोहित अपने आराम क्षेत्र से बाहर हो जाते हैं.
रोहित की पहली कमजोरी, शरीर से दूर खेलना : रोहित शर्मा अपना अगला पैर ठीक से आगे नहीं लाते और गेंद के करीब जाने की कोशिश नहीं करते. वह केवल थोड़ा सा कदम आगे बढ़ाते हैं और अपने हाथों से ही सारा काम करना चाहते हैं. इसका मतलब यह है कि वह दूर से ही शॉट खेलना पसंद करते हैं. इससे उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट में अच्छा फायदा मिलता है क्योंकि वह लंबे शॉट खेल पाते हैं, लेकिन लंबे फॉर्मेट में यह कमजोरी बन जाती है.
रोहित शर्मा की दूसरी कमजोरी, लेग स्पिनरों से परेशानी : रोहित शर्मा लेग स्पिन को उतनी आसानी से नहीं खेल पाते. हालांकि वह स्पिनर्स के खिलाफ काफी सहज हैं. स्वीप शॉट पर भी वह काफी मजबूत हैं. स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ रोहित की एकमात्र कमजोरी यह है कि वह लेग स्पिनरों की गेंदबाजी को शुरू में ही जज नहीं करते. इस वजह से गेंद नजदीक आने के बाद वह गेंद पर प्रहार करते हैं और कई बार चूक जाते हैं.
रोहित शर्मा की तीसरी कमजोरी, बाहर की गेंद से छेड़छेड़ : रोहित शर्मा बाहर जाती हुई गेंद के साथ छेड़छाड़ करने की वजह से कई बार आउट हुए हैं. हालांकि छोटे फॉर्मेट में यह जरूरी हो जाता है, क्योंकि आपको तेजी से रन बनाने होते हैं. लेकिन वनडे और टेस्ट में आपको धैर्य का प्रदर्शन करना होगा और स्टंप्स से बाहर जीती गेंदों को छोड़ना पड़ेगा. अगर कोई उन्हें कुछ ओवर तक लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करता है, तो इस बात की संभावना है कि रोहित जाल में फंस जाए. उन्हें गेंदों को छोड़ने के बजाय मारने की आदत है, भले ही पिच मूवमेंट दे रही हो.
रोहित शर्मा के रिकॉर्ड : वनडे क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक रन जड़ने का रिकॉर्ड रोहित के नाम है. रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ साल 2014 में 264 रन की यादगार पारी खेली थी. रोहित वनडे क्रिकेट में तीन दोहरा शतक जमाने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं. वनडे विश्व कप के एक सीजन में पांच सेंचुरी जमाने वाले भी रोहित एकमात्र बल्लेबाज हैं.
भारत की तरफ से वनडे में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में रोहित तीसरे नंबर पर आते हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में रोहित 400 छक्के लगाने वाले दुनिया के पहले प्लेयर हैं. टी-20 इंटरनेशनल में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में रोहित सिर्फ विराट कोहली से पीछे हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में हिटमैन छठे नंबर पर हैं.