Agra: शहर के बिजली घर चौराहे पर सोमवार की देर शाम को एक हादसा हो गया. बल्केश्वर से श्याम जी मंदिर की तरफ लौट रहे दो बच्चों का पैर फिसलने की वजह से नाले में गिर गए. पास में मौजूद दुकानदारों ने किसी तरह से उन्हें नाले में से निकाला. वहीं लोगों का कहना है कि 7 दिन के अंदर यह चौथा हादसा है. नाले में गिरने की वजह से एक बच्चे के पेट में गंदा पानी भर गया. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. वही क्षेत्रीय लोगों ने नगर निगम के खिलाफ कड़ी नाराजगी जताई है.
दरअसल, बिजली घर चौराहे के पास जी-20 समिट के आयोजन से पहले नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने कचरा जमा हो जाने के कारण एक नाला खोद दिया था. लेकिन इन सात महीनों में खोदी गई पुलिया का निर्माण नगर निगम नहीं करा सका है. बलकेश्वर निवासी राजकुमार खंडेलवाल कैलाश मेले की छुट्टी में अपने दो बच्चे अंकित और आंसु को छीपीटोला के श्याम जी मंदिर ले गए थे.
दुकान पर बैठे युवकों ने बचाए बच्चे
लौटते समय बिजली घर चौराहे पर शिवाजी मार्केट के सामने खुले नाले में पैर फिसलने की वजह से उनके दोनों बच्चे गिर गए. सामने दुकान पर बैठे सुनील और शाहरुख कुरेशी ने बच्चों को बाहर निकाला. तब तक अंकित के पेट में नाले का गंदा पानी भर गया था. इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.
नगर निगम द्वारा खोजे गए इस नाले की वजह से हफ्ते भर में यह चौथी घटना है. इससे पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. जिसकी शिकायत नगर निगम में की गई. लेकिन अभी तक यहां पर पुलिया बनाने का कार्य नहीं किया गया है. ऐसे में क्षेत्रीय लोगों में काफी नाराजगी है. इस घटना से दुकानदारों के साथ काजीपाड़ा के लोगों में नगर निगम के खिलाफ नाराजगी है.
वहीं, नगर निगम के चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता का कहना है कि काजीपाड़ा नाले की पुलिया नाला चौक होने पर तोड़ी गई थी. जिसकी सफाई के लिए अधिशासी अभियंता ने लोहे का जाल बनाकर रखने का प्रस्ताव दिया है. यहां आरसीसी की जगह लोहे का जाल बनाकर रखेंगे ताकि नाले के नीचे जमा कचरे की सफाई हो सके.