Ghaziabad: यूपी के गाजियाबाद में पशु कारोबारी से बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े 23 लाख रुपए लूट लिए. यह वारदात नेशनल हाईवे 9 पर विजयनगर थाना क्षेत्र में हुई है. कारोबारी के मुताबिक, स्कूटी की डिग्गी में करीब 23 लाख रुपये रखे थे. बदमाशों ने उन्हें गनपॉइंट पर लेकर जान से मारने की धमकी दी और उनकी स्कूटी लेकर चले गए. सोमवार शाम करीब साढ़े 5 बजे हुई इस घटना में 112 पर सूचना के बाद डीसीपी सिटी, एसीपी कोतवाली और विजयनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की.
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि साहिबाबाद के रहने वाले पशु कारोबारी नदीम के साथ लूट की वारदात हुई है. उनके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बदमाशों की तलाश की जा रही है. जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा. नदीम ने पुलिस को बताया कि वह पशुओं को खरीदने और बेचने का काम करते हैं. उन्होंने हाल में कुछ डील की थीं. जिसमें उन्हें डासना में किसानों को रुपये देने थे.
वही रुपये वह गाजीपुर मुर्गा मंडी से स्कूटी की डिग्गी में लेकर निकले थे. वह एनएच-9 पर एबीईएसआईटी के पास पहुंचे ही थे. तभी बाइक पर तीन बदमाश आए और उन्होंने ओवरटेक कर स्कूटी को हाईवे पर ही रोक लिया. इससे पहले वह कुछ समझ पाते बदमाशों ने उन्हें गनपॉइंट पर ले लिया. इस दौरान एक बदमाश ने स्कूटी उनसे छीन ली और अन्य दो बाइक से फरार हो गए, जिसके बाद उन्होंने 112 पर कॉल कर पुलिस को घटना की सूचना दी.
लूट की सूचना के बाद डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में ऐसा लग रहा है कि बदमाश दिल्ली से ही नदीम के पीछे लगे थे. ऐसे में संभावना है कि इसमें किसी ऐसे व्यक्ति का हाथ हो सकता है, जिसे इस डील के बारे में जानकारी हो. पुलिस नदीम के पूरे रूट को चेक कर रही है, साथ ही घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी चेक किया जा रहा है. जिससे बदमाशों का कोई सुराग मिल सके.
पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम में हाइवे पर हुई इस लूट के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ गए हैं. बता दें कि विजयनगर थाने से काम का बोझ कम हो इसके लिए क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने को अलग बनाया गया था. क्षेत्र छोटा होने के बाद भी हाइवे पर पुलिस की निगरानी सवालों के घेरे में है. पुलिस ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ अभियान चला रही है. इसे बाद भी एक बाइक पर तीन बदमाश गन लेकर घूमते रहे और रास्ते में उन्हें चेकिंग के लिए किसी ने रोका या टोका तक नहीं. अगर नियम तोड़ने के मामले में भी पुलिस ने उन्हें किसी पॉइंट पर रोका होता तो यह घटना नहीं होती.
गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद पुलिस ने एक प्रस्ताव एनएचएआई को हाईवे पर कैमरे लगाने का भेजा था. जिसमें 235 कैमरे लगाने का काम कुछ दिन में ही पूरा करने बात कही गई थी. ये कैमरे ट्रैफिक संचालन के साथ साथ सुरक्षा के लिए भी लगाए जा रहे थे, लेकिन अभी तक इन्हें लगाने का काम शुरू नहीं हुआ है. सूत्रों के अनुसार एनएचएआई ने कैमरे लगाने के प्रॉजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.