उज्जैन का कलियादेह पैसेल
उज्जैन में स्थित कलियादेह पैलेस जो उज्जैन की धार्मिक संस्कृति को बढ़ावा देता है और धार्मिक रूप से काफी महत्व रखता है. इस पहले इसका निर्माण 1958 ईस्वी में किया गया था और उसके पश्चात पैलेस के दोनों तरफ नदी का पानी भरा गया.
इतिहास में ऐसा भी कहा जाता है कि जहांगीर और अकबर ने एक बार इस पैलेस का दौरा किया था. उसके पश्चात भी धारियों के शासनकाल में इस स्मारक को तोड़ दिया था. लेकिन माधवराव सिंधिया ने इस स्मारक की आंतरिक सुंदरता को देखकर इसे पुनः स्थापित करने का फैसला लिया.
डब्ल्यू डब्ल्यू एफ वाटर पार्क
उज्जैन में धार्मिक स्थल और मंदिर बहुत ज्यादा है, लेकिन भक्ति भाव के अलावा यदि रोमांटिक जगह की बात करें तो उज्जैन में डब्ल्यू डब्ल्यू एफ वाटर पार्क स्थित है, जो बच्चों के लिए और बड़ों के लिए बहुत ही रोचक स्थान है.
यदि आप तीर्थ स्थानों पर घूमने आए हैं और आपको अब कुछ पल मनोरंजन में गुजारने हैं, तो यह आपके लिए बेहतरीन जगह है. इस वॉटर पार्क आप अपने बच्चों और परिवार के साथ कुछ पल मनोरंजन के बिता सकते हैं. इसके बाद यहां पर रुकने का भी प्रबंध है. आप आराम से यहां घूमने के बाद ठहर सकते हैं.
सांदीपनि आश्रम
कहा जाता है कि यह प्राचीन आश्रम वह स्थान है जहां भगवान कृष्ण और सुदामा ने ऋषि सांदीपनि से शिक्षा प्राप्त की थी. यह पारंपरिक भारतीय शिक्षा प्रणाली की एक झलक पेश करता है.
कालभैरव मंदिर
भगवान भैरव को समर्पित यह मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है.
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
उज्जैन का यह प्रमुख हिंदु मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यह उज्जैन के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है जहाँ आपको इसकी प्रतिवर्ष होती सजा-सज्जा देखने को मिलेगी. महाशिवरात्रि व श्रावण मास के हर सोमवार को मंदिर की सजावट प्रशंसनीय होती है और इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यहाँ उमड़ती है.
राम घाट
यह सबसे पुराने स्नान घाटों में से एक है. यहां भव्य कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. यहां पर रोजाना शाम में 8 बजे आरती होती है, श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ होती है.