Rajasthan Election 2023 : कांग्रेस राजस्थान में दोबारा सत्ता वापस पाने के लिए लगातार प्रयासरत है. पार्टी ने प्रदेश में जारी संकट का सामाधान कुछ महीने पहले निकाल लिया है और अब अशोक गहलोत के साथ मिलकर सचिन पायलट बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं. पायलट ने अपने विरोध पार्टी पर हमला जारी रखते हुए मंगलवार को कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेता लगातार राजस्थान आ रहे हैं लेकिन पार्टी की यहां इस बार दाल नहीं गलने वाली है.
टोंक में मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली से बीजेपी के सारे नेता राजस्थान आते हैं और यहां राजस्थान के बीजेपी नेताओं को हिलाने की कोशिश करते हैं लेकिन मामला जम नहीं पा रहा…उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी, गृह मंत्री जी, अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्री यहां पर आ रहे हैं, और संगठन को जगाने का प्रयास कर रहे हैं. बड़ा आश्चर्य है कि बीजेपी केंद्र में सत्ता में विफल है और राजस्थान में विपक्ष में अफसल है. इसलिए मुझे लगता नहीं कि इनको यहां सफलता मिलेगी.
एक बार कांग्रेस… एक बार बीजेपी का क्रम तोड़ेगी कांग्रेस
इसके साथ ही कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस इस बार राज्य में ‘एक बार कांग्रेस… एक बार बीजेपी’ का क्रम तोड़ेगी…उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रदेश में इस बार फिर से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने वाली है. आगे पायलट ने कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी ने जिस उद्देश्य के साथ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जरिए लोगों को जोड़ने की कोशिश की और बीजेपी जिस प्रकार नफरत एवं टकराव की राजनीति करती है, उसके विरोध में हम सब मिलकर काम करेंगे.
कांग्रेस कार्यसमिति में सदस्य बनाए जाने पर सचिन पायलट ने कहा कि मुझे कार्यसमिति में जो जिम्मेदारी दी है उसको मै विनम्रता से स्वीकार करता हूं, हम सभी लोग मिलकर काम करेंगे, लोगों को आज कांग्रेस से उम्मीद है. उन्होंने कहा कि पार्टी जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश के लिए रणनीति बना रही है और सरकार और संगठन मिलकर काम कर रहे हैं.
सीडब्ल्यूसी का पुनर्गठन
आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पदभार संभालने के करीब 10 महीने बाद 20 जुलाई को कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का पुनर्गठन किया, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गयी है. हालांकि, सचिन पायलट, शशि थरूर और कई अन्य नेताओं को पार्टी की इस सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई में पहली बार स्थान दिया गया. कांग्रेस ने उदयपुर के अपने ‘चिंतन शिविर’ और रायपुर के महाधिवेशन में भले ही संगठन के सभी स्तरों पर 50 प्रतिशत स्थान 50 साल से कम उम्र के नेताओं को देने (50 अंडर 50) के फार्मूले की बात की हो, लेकिन इस कार्य समिति में जिन 39 सदस्यों को शामिल किया गया, उनमें सिर्फ तीन नेता ही 50 वर्ष से कम उम्र के नजर आ रहे हैं. इन नेताओं के नाम हैं सचिन पायलट, गौरव गोगोई और मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं विधायक कमलेश्वर पटेल हैं.
भाषा इनपुट के साथ