पटना. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) द्वारा 18 अगस्त को पूर्वी चंपारण, शिवहर, सारण, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिलों में हुई छापेमारी मिले डिजिटल गजट और दस्तावेज की जांच में एजेंसी को कुछ अहम सुराग मिले हैं. जिसके आधार पर एनआइए नक्सलियों के विदेशी संपर्क के लिंक को खोजने में जुट गयी है. दरअसल 4 मई में को नक्सली कमांडर रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ धीरज को सारण से गिरफ्तार किया गया था और उनके निशानदेही पर वाल्मीकिनगर के जंगल से जमीन में दबाकर रखी दो विदेशी एके-47 राइफल और 400 गोलियां मिली थीं. जो विदेशी मेड है. इससे जांच एजेंसी की आशंका प्रबल हो गयी है कि इन नक्सलियों का कहीं न कहीं विदेशी लिंक भी है. एनआइए के सूत्रों का कहना है कि मिले दस्तावेज में भी कोड भाषा में कुछ बाहर का उल्लेख किया गया है.
दो दर्जन से अधिक बैंक खातों को खंगाल रही है एनआइए
एनआइए विदेश फंडिंग का सुराग तलाशने के लिए दो दर्जन से अधिक बैंक खातों को खंगाल रही है. एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि नक्सली से पूछताछ में भी कुछ जानकारी मिली है. की फंडिंग और हथियार सप्लाई के विदेशी लिंक के संबंध में अहम जानकारियां मिलीं हैं।एनआइए की टीम ने पूर्वी चंपारण के मधुबन थाना के बंजरिया में प्रहार के घर पर तलाशी में कुछ दस्तावेज और बैंक खातों का ब्योरा भी अपने साथ ले गयी थी.
फोन, टैबलेट के साथ कई सिम और एक पॉकेट डायरी बरामद
एनआइए की छापेमारी में जोनल कमांडर राम बाबू राम उर्फ राजन और राम बाबू पासवान उर्फ धीरज से जुड़े दो परिसरों और सात अन्य के खिलाफ छापेमारी की गयी थी. एनआइए की टीम को कई डिजिटल उपकरण मिले थे.जिसमें मुख्य रूप से मोबाइल फोन, टैबलेट, एचडी कार्ड और मेमोरी कार्ड के साथ-साथ कई सिम कार्ड और एक पॉकेट डायरी है.बरामद किये गये मोबाइल में नक्सली सामग्री वाले पेज और साथ ही अन्य आपत्तिजनक सामग्री और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले थे.