बिहार के सबसे बड़े परीक्षा परिसर का शुभारंभ हो चुका है. बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के कुम्हरार में बने बापू परीक्षा परिसर का उद्घाटन किया. इस परीक्षा परिसर को कई तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है.
बापू परीक्षा परिसर के परीक्षा भवन में एक साथ 16 हजार अभ्यर्थी ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे. इस परीक्षा केंद में मैट्रिक, इंटर सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं ली जाएंगी.
पांच एकड़ में निर्मित इस बापू परीक्षा परिसर का निर्माण वर्ष 2019 में शुरू हुआ था. इस परीक्षा परिसर में दो ब्लॉक बनाए गए हैं. दोनों ब्लॉक के टॉवर 5 मंजिला है. सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है ये परीक्षा परिसर.
परीक्षा भवन में कई तरह की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है. भवन में सेंसर लाइट लगाई गई है. इसकी वजह से कोई भी व्यक्ति जब परीक्षा हॉल में आएगा तो लाइट ऑन हो जाएगी. इसी तरह कमरे में किसी के न रहने पर लाइट खुद से ऑफ हो जाएगी. इसकी वजह से बिजली की बचत होगी.
बापू परीक्षा परिसर का उद्घाटन करने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने पौधारोपन भी किया. कुम्हरार में बने इस परिसर के निर्माण में 261 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस परीक्षा केंद्र हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.
बापू परीक्षा भवन में एक साथ 16000 से अधिक परीक्षार्थी ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे. भविष्य में इसकी क्षमता बढ़ाकर 20000 करने की योजना है. बिहार का यह सबसे बड़ा परीक्षा केंद्र है. इसके साथ ही कर्मचारियों के लिए यहां 12 फ्लैट भी बनाए गए हैं.
बापू परीक्षा परिषद के उद्घाटन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहते थे कि राज्य में सभी परीक्षा एक ही जगह हो इसलिए इस भवन का निर्माण किया गया है. यहां मुफ्त कोचिंग की भी व्यवस्था होगी. बच्चे यहां पर मेडिकल व इंजीनियरिंग की कोचिंग कर सकेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब यह भवन बन रहा था तभी हमने कहा था कि इस भवन का नाम बापू के नाम पर रखा जाए, इसलिए इस भवन का नाम बापू परीक्षा परिसर है.