दरभंगा. कामेश्वर नगर स्थित विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित दरभंगा जिला फुटबॉल लीग के पहले सेमी फाइनल में राजा बहादुर विश्वेश्वर सिंह फुटबॉल क्लब, दरभंगा ने एनएससी न्यू स्पोर्ट क्लब बहुआरा बुजुर्ग को 2-0 से पराजित कर अपनी जगह फ़ाइनल में बना ली है. राजा बहादुर विश्वेश्वर सिंह फुटबॉल क्लब, दरभंगा की टीम से मनीष कुमार ने पहले हाफ के 29 वें एवं दूसरे हाफ के 49 वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को फ़ाइनल में पहुंचाया. इस लीग में उत्तर बिहार की कुल 16 निबंधित फुटबॉल क्लब हिस्सा ले रही है. इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मिथिला विश्ववविद्यालय खेल प्रभारी अजय नाथ झा मौजूद रहे. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में उप-खेल पदाधिकारी अमृत कुमार झा मौजूद थे.
दरभंगा के खेल प्रेमियों के लिए गर्व का विषय
दरभंगा जिला फुटबॉल संघ के संयोजक मनीष राज ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मैं जिला स्तरीय फुटबॉल लीग को सफल बनाने वाले सभी खेल प्रेमियों का हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूँ. मुख्य अतिथि अजय नाथ झा ने कहा कि इस लीग का इतने बड़े पैमाने पर सफलता पूर्वक आयोजित होना वास्तव में दरभंगा के खेल प्रेमियों के लिए गर्व का विषय है. इस जिले में फुटबॉल खेल के विकास के लिए इस तरह का आयोजन प्रत्येक वर्ष होना चाहिए, जिससे कि फुटबॉल खेल के विकास के साथ- साथ हमारे खिलाड़ियों के प्रदर्शन में भी विकास का सुंदर दृश्य दरभंगा की इस पावन माटी पर देखने को मिले.
फुटबॉल लीग खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना
इस प्रतियोगिता के विशिष्ट अतिथि अमृत कुमार झा ने कहा कि यह फुटबॉल लीग खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना है. आज के विजेता टीम राजा बहादुर विश्वेश्वर सिंह फुटबॉल क्लब, दरभंगा को राज दरभंगा महाराजा कामेश्वर सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी कुमार कपिलेश्वर सिंह जी ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. इस खेल के सफल आयोजन से युवा जिला फुटबॉल संघ के संयोजक मनीष राज के खेल विषयक परिपक्वता और दूरदर्शिता का ज्ञान होता है. मैं मनीष राज और इस लीग के चेयरमैन अमन सिंह को इस सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं और मंगलकामनाएँ देता हूं. दरभंगा जिला फुटबॉल लीग मैच के चेयरमैन अमन सिंह ने सभी के प्रति अपना आभार प्रकट किया. इस मौके पर अमरकांत झा,आशुतोष दत्त व प्रियांशु झा मौजूद थे.
दरभंगा में पड़ी थी अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन की नींव
फुटबॉल के इतिहास में दरभंगा का योगदान भी पूराना रहा है. अखिल भारतीय फुटबाल संघ की स्थापना में भी दरभंगा का अहम योगदान रहा है. संघ के संरक्षक तत्कालीन महाराज कामेश्वर सिंह बने थे. राजा संतोष अध्यक्ष बने थे और विशेश्वर सिंह को सचिव बनाया गया था. राजा बहादुर विशेश्वर सिंह के नाम पर एक टुर्नामेंट का भी आयोजन होता था, जो कि 60 के दशक में बंद हो गया.
दरभंगा, फुटबॉल और अमिया देब
दरभंगा के खेल प्रशंसकों के लिए वो दिन यादगार है जब भारतीय फुटबॉल इतिहास में पहला हैट्रिक गोल दरभंगा शील्ड के लिए मोहन बगान की ओर सेखेलते हुए अमिया देब ने हैट्रिक गोल मारा और ऐसा करनेवाले भारत के पहले फुटबॉलर बने. उन्होंने मोहन बागान बनाम ईस्ट बंगाल मैच में हैट्रिक बनाई. उन्होंने 5 सितंबर 1934 को दरभंगा शील्ड ( कलकत्ता फुटबॉल लीग और आईएफए शील्ड के बाद उन दिनों के सबसे कठिन टूर्नामेंटों में से एक ) में पूर्वी बंगाल के खिलाफ मोहन बागान के लिए सभी 4 गोल किये. यह दरभंगा शील्ड का बंगाल जोन, इंडिया सेक्शन सेमीफाइनल मैच था. मोहन बागान ने यह मैच 4-1 से जीता.