प्रखंड क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हाथियों का उत्पात जारी है. मंगलवार देर रात से बुधवार दोपहर तक एक बार फिर हाथियों के झुंड ने बेरहो, डुमर, धरमपुर व आसपास के क्षेत्रों में जमकर तोड़-फाेड़ की. घरों को तोड़ कर चावल, दाल, आटा खा लिया. घर के सामानों को तोड़ दिया और खेत में लगी फसलों को रौंद दिया. हाथियों का झुंड सबसे पहले बेरहो गांव पहुंचा. हाथियों ने बालेश्वर महतो, कामेश्वर प्रसाद कुशवाहा, कौलेश्वर महतो,
दिनेश्वर महतो, अशोक महतो और काशी महतो की मकई की फसल को नुकसान पहुंचाया व खा लिया. गणेश महतो व लखन महतो की चहारदीवारी तोड़ कर धान का बिचड़ा नष्ट कर दिया. भूदेव राम की मकई व मूली सहित कई फसलों को बर्बाद कर दिया. हाथी को देख कर डर से भाग रहा बेरहो निवासी विक्की राम (पिता-रूपलाल राम) घायल हो गया. उसे रात में ही हजारीबाग अस्पताल ले जाया गया. झुंड में शामिल हाथियों ने एक घर को पूरी तरह से तोड़ दिया.
हाथियों ने डुमर गांव में जमनी देवी की 10 कट्ठा में लगी मकई की फसल को नष्ट कर दिया. युगल प्रजापति, वसंत प्रजापति, ईश्वर प्रजापति, तिलेश्वर प्रजापति, भुवनेश्वर प्रजापति, संतोष प्रजापति, सुरेश सिंह की टमाटर व मकई की फसल को नुकसान पहुंचाया. बहादुर सिंह, दिलीप सिंह, जगदीश सिंह के घर की बाथरूम व खिड़की तोड़ दी. घर के ड्रम में रखे चावल, गेहूं और मकई को नष्ट कर दिया. धरमपुर के जाकिर हुसैन व अनवर अंसारी की मकई को फसल को चट कर गये.
उनकी घर की चहारदीवारी को तोड़ किया. नुरेसा खातून की चहारदीवारी और मजीदन खातून की मकई की फसल को नुकसान पहुंचाया. इसके अलावे धरमपुर के सुवरकोडा नदी के पास दो एकड़ में लगी खीरे की फसल को बर्बाद कर दिया. किसान पप्पू प्रजापति, संजित प्रजापति, उदय प्रजापति, विक्रम प्रजापति ने विभाग से मुआवजे की मांग की है.
बुधवार दोपहर तक छोटे-बड़े लगभग 25 हाथियों का झुंड जेरूवाडीह-धरमपुर के बीच में रखोतिया जंगल के पास जमा हुआ था. इस कारण आसपास के क्षेत्रों के लोगों में भय का माहौल बना था. वहीं, वन विभाग की टीम हाथियों को खदेड़ने में जुटी थी.