PAN Card: केंद्र सरकार के द्वारा पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराने के लिए लोगों को काफी लंबा समय दिया गया. ये समय सीमा समाप्त हो गयी है. मगर, अभी तक कई लोगों ने अपना पैन और आधार लिंक नहीं कराया है. ऐसे लोगों का पैन कार्ड इनएक्टिव हो गया है. साथ ही, अब उन्हें अपना पैन और आधार लिंक करना के लिए एक हजार रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा. ऐसे लोग कई सर्विस का लाभ नहीं उठा सकते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि जिन्होंने अपना पैन आधार से लिंक नहीं किया है, उनके बैंक अकाउंट में सैलरी आएगी या नहीं. उन्हें किस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
वित्तीय लेन देन में होगी परेशानी
जिन लोगों का पैन और आधार लिंक नहीं है, उन्हें वित्तीय लेन देन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा. बैंक अकाउंट ओपन, एफडी में निवेश करने, किसी तरह का लोन लेने आदि में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा. हालांकि, उनके खाते में सैलरी तो आएगी, मगर, पैन निष्क्रिय हो जाने के बाद उनकी सैलरी को ट्रांसफर होने में समय लग सकता है. अगर, आपका पैन निष्क्रिय हो गया है तो इसके एक्टिव करने के लिए आपको एक हजार रुपये का पेनल्टी भरना पड़ेगा. पेनल्टी भरने के 30 दिनों के बाद पैन कार्ड खुद से दुबारा एक्टिव हो जाएगा.
क्या है PAN कार्ड
पैन कार्ड (Permanent Account Number) एक अद्वितीय आयकर आवश्यकता आधारित संख्यात्मक पहचान है जो भारतीय आयकर विभाग द्वारा प्रदान की जाती है. यह निश्चित अंकों की संख्या से मिलता है और व्यक्तिगत आयकर के मामलों को प्रबंधित करने में उपयोग होता है. पैन कार्ड का उपयोग व्यक्तिगत आयकर और वित्तीय संबंधित लेन-देन को पहचानने में होता है. पैन कार्ड को वित्तीय लेन-देन के संदर्भ में आवश्यकता होती है, जैसे कि बैंक खातों की खोलने, लोन प्राप्त करने, वित्तीय निवेश करने, या अन्य वित्तीय सौदों में आदि. कई सरकारी योजनाएँ और सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता होती है. पैन कार्ड व्यक्ति की पहचान के रूप में भी उपयोग होता है और कई स्थानों पर व्यक्तिगत पहचान के तौर पर स्वीकृत होता है. पैन कार्ड की प्राप्ति के लिए आपको आयकर विभाग के द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होता है, जिसमें आपको आवेदन पत्र भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ स्थानीय आयकर कार्यालय में जाना होता है.
PAN कार्ड क्यों महत्वपूर्ण है
पैन कार्ड का उपयोग व्यक्ति की आयकर रिटर्न (Income Tax Return) भरते समय किया जाता है. जब आप आयकर विभाग को अपनी आयकर जानकारी सबमिट करते हैं, तो आपका पैन कार्ड उपयोग होता है ताकि वे आपकी आयकर संदर्भ की पहचान कर सकें. विभिन्न वित्तीय सौदों में पैन कार्ड का उपयोग खरीदारी, बेचाई, निवेश, बैंक खातों की खोलने, लोन प्राप्त करने और अन्य वित्तीय लेन-देन की पहचान के लिए होता है. आयकर विभाग या अन्य संबंधित विभागें वित्तीय सूचना की सत्यापन के लिए पैन कार्ड का उपयोग करती हैं, जैसे कि आपकी आयकर रिटर्न की सत्यापन या वित्तीय सौदों की जांच करने में. कई सरकारी योजनाएं और सब्सिडी पाने के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता होती है, जैसे कि पेंशन, किसान समर्थन योजना, आदि में शामिल होने के लिए. पैन कार्ड आयकर विभाग को व्यक्ति की आयकर संबंधित सूचना को प्राप्त करने में मदद करता है, जैसे कि व्यक्ति की सालाना आय, वित्तीय सौदों की जानकारी, आदि. इस प्रकार, पैन कार्ड आयकर संबंधित प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और व्यक्तिगत वित्तीय जानकारी को सुरक्षित रूप से संचित और प्रबंधित करने में मदद करता है.
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