कोलकाता, भारती जैनानी : जादवपुर विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कार्यवाहक कुलपति बुद्धदेव साव ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल सी वी आनंद बोस से मुलाकात की. जादवपुर यूनिवर्सिटी में इस महीने की शुरुआत में स्नातक प्रथम वर्ष के एक छात्र की कथित तौर पर रैगिंग और यौन उत्पीड़न के बाद मौत हो गयी थी. इस मामले पर राज्य की राजनीति गरमायी हुई है. इसी मसले पर बातचीत करने के लिए गुरुवार को वी सी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की.
राज्यपाल, जो विश्वविद्यालय के पदेन चांसलर हैं, ने प्रमुख संस्थान की एक आपातकालीन समीक्षा बैठक बुलायी. राज्यपाल के बुलावे पर वीसी राजभवन पहुंचे. एक अधिकारी ने बताया कि कार्यवाहक कुलपति बुद्धदेव साव से विश्वविद्यालय के कामकाज की समीक्षा पर रिपोर्ट मांगी और वर्तमान स्थिति के बारे में संज्ञान लिया. ध्यान रहे, 9 अगस्त को विश्वविद्यालय परिसर के बाहर स्थित मुख्य ब्वायज होस्टल की दूसरी मंजिल की बालकनी से गिरकर 17 वर्षीय एक छात्र की मौत हो गयी. उसके परिवार ने आरोप लगाया कि वह रैगिंग का शिकार था. मामले में विश्वविद्यालय के पूर्व और वर्तमान छात्रों सहित कम से कम 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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राज्य और देश के बेहतरीन शिक्षण संस्थानों में से एक जादवपुर यूनिवर्सिटी में इस घटना के बाद हड़कंप मच गया है. समग्र स्थिति की समीक्षा के लिए राजभवन में जरूरी बैठक बुलायी गयी. राजभवन में सुबह 10:45 बजे शुरू हुई इस बैठक में विश्वविद्यालय की समग्र स्थिति पर राज्यपाल ने रिपोर्ट मांगी. बैठक में विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को भी आमंत्रित किया गया है. इससे पहले आचार्य ने राजभवन में ही जादवपुर यूनिवर्सिटी की ‘कोर्ट’ बैठक बुलायी थी. इसमें चांसलर व राज्यपाल ने राजभवन से ही एंटी रैगिंग कमेटी का गठन किया था, जो सिर्फ जादवपुर ही नहीं बल्कि सभी विश्वविद्यालयों पर लागू होगी. गौरतलब है कि रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के अंतरिम कुलपति शुभ्रोकमल मुखोपाध्याय को भी राजभवन में प्रवेश करते देखा गया. वह चांसलर द्वारा गठित रैगिंग विरोधी कमेटी के प्रमुख हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि राजभवन की बैठक में रैगिंग पर कुछ और अहम फैसले किये जा सकते हैं.
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जादवपुर यूनिवर्सिटी की घटना के बाद कैंपस में सुरक्षा व निगरानी कड़ी कर दी गयी है. इस मामले में सीसीटीवी स्थापित करने की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है. मुख्य छात्रावास और दोनों परिसरों के द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए सर्वेक्षण करने के लिए जादवपुर विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त की गयी एक कंपनी ने अधिकारियों को सूचित किया है कि इस परियोजना की लागत लगभग 37 लाख रुपये होगी. यह धनराशि संग्रह करने के लिए विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग से आर्थिक मदद के लिए पत्र लिखेगा, ताकि समय पर सीसीटीवी लगाये जा सकें.
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जेयू के एक अधिकारी ने बताया कि सर्वेक्षण करने वाली वेबेल टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने उन्हें परियोजना लागत के बारे में जानकारी दी है. यह निर्णय लिया गया है कि जेयू के जादवपुर परिसर के पांच गेटों और साल्ट लेक परिसर के चार गेटों और जेयू मेन हॉस्टल के गेटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. मुख्य छात्रावास में कथित तौर पर रैगिंग के कारण प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत के सात दिन बाद विश्वविद्यालय ने 17 अगस्त को ही मुख्य छात्रावास और परिसरों के प्रवेश-निकास बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया था. अब अन्य मुख्य केंद्रों पर सीसीटीवी लगाने की व्यवस्था के लिए शीघ्र धनराशि संग्रह करने पर योजना बनायी जा रही है.
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जादवपुर विश्वविद्यालय के 17 वर्षीय छात्र, जिसकी मौत से रैगिंग पर बहस छिड़ गयी है. उस छात्र के कपड़े उतार दिये गये और कैंपस के हॉस्टल में उसे नग्न अवस्था में एक रूम से दूसरे रूम तक दौड़ाया गया. इस घटना की पुलिस जांच में पता चला है. स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र 9 अगस्त को विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरकर मर गया. उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि छात्रावास में उसे रैगिंग और यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. पुलिस ने मामले में अब तक 13 गिरफ्तारियां की हैं. गुरुवार को पुलिस सूत्रों ने कहा कि उन्होंने हॉस्टल में बोर्डर्स और स्टाफ सदस्यों से पूछताछ की है. किशोर को रैगिंग अभ्यास के हिस्से के रूप में नग्न घुमाया गया था.