भारत सरकार की योजना सभी सरकारी कार्यालयों को पेपरलेस कर उसे डिजिटल करना है. इस योजना पर तेजी से काम भी हो रहा है. अभी तक रेलवे में रिजर्वेशन टिकट कन्फर्म हुआ है कि नहीं स्टेशन पर ट्रेन आने के आधे घंटे पहले लगे चार्ट से पता चलता था. अगर टिकट कंफर्म नहीं हुआ ताे घर लौट जाना पड़ता था, लेकिन अब जब टिकट कटाते हैं उसी समय मोबाइल नंबर से कंफर्म टिकट का मैसेज आता है. अब प्लेटफॉर्म पर लगने वाले रिजर्वेशन चार्ट पेपर वाले सिस्टम को खत्म कर दिया गया है. अब प्लेटफॉर्म पर रिजर्वेशन चार्ट को हटा दिया गया है. यह भागलपुर स्टेशन सहित इस रेलखंड के स्टेशनों में इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है.
रिजर्वेशन टिकट का सौ प्रतिशत मैसेज अब मोबाइल पर आने लगा है. चार्ट पेपर को बंद करने के बाद रेलवे ने यात्रियों के दिये मोबाइल नंबर पर ही मैसेज भेज रहा है. रिजर्वेशन टिकट के लिए भरने वाले मैसेज में अगर कोई यात्री मोबाइल नंबर नहीं भरता है और उसके पास मोबाइल है ही नहीं, लेकिन परिवार के सदस्यों के पास मोबाइल है तो परिजन का मोबाइल नंबर देने के बाद उसी नंबर पर टिकट कंफर्म का मैसेज आता है. अगर कोई मोबाइल नंबर फॉर्म भरने के बाद भी नहीं भरता है, तो टिकट काटने वाले रेल कर्मी फॉर्म लौटाते हुए मोबाइल नंबर डालने के लिए कहते हैं .
ट्रेनों में भी टीटीइ अब रिजर्वेशन चार्ट पेपर लेकर नहीं आते हैं . डिवीजन के द्वारा उन्हें टिकट चेक करने के लिए हैंड होल्डर टर्मिनल डिवाइस दिया गया है. वो इस मशीन से टिकट चेक करते हैं . उनके पास चार्ट भी रहता है. कारण किसी स्टेशन या रास्ते में लिंक नहीं मिलने के कारण मशीन काम करना बंद कर देता है . उस कारण से परेशानी होता है, लेकिन आने वाले दिनों में मशीन के लिंक वाली व्यवस्था को दुरुस्त करने के बाद ट्रेनों में टीटीइ के पास रखे चार्ट को भी हटा दिया जायेगा .