शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के सुगम आवागमन की सुविधा पूर्व मध्य रेल ने मुहैया कराने के लिए रेलवे ने शुक्रवार को नौ पीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अभ्यर्थियों को आने जाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो इसको देखते हुए रेलवे ने 9 परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है. शुक्रवार को मुजफ्फरपुर से बेतिया के लिए शाम 06.30 बजे एक परीक्षा स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जायेगा. बेतिया से यह परीक्षा स्पेशल रात 10.30 बजे मुजफ्फरपुर के लिए खुलेगी. वहीं शुक्रवार को सीतामढ़ी-बैरगनिया-रक्सौल-सिकटा के रास्ते दरभंगा से नरकटियागंज के लिए सुबह 08.00 बजे परीक्षा स्पेशल का परिचालन किया जायेगा. वापसी में यह नरकटियागंज से दरभंगा के लिए शाम 06.00 बजे खुलेगी. यह जानकारी पूमरे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने दी है.
बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) द्वारा प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा को लेकर पूर्व मध्य रेलवे ने परीक्षार्थियों के सुगम आगमन की सुविधा मुहैया कराने हेतु सीतामढ़ी रेलवे जंक्शन होकर परीक्षा स्पेशल ट्रेन का परिचालन शुरू किया है. स्टेशन अधीक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह ने गुरुवार की देर शाम इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उक्त स्पेशल ट्रेन का परिचालन 25 अगस्त दिन शुक्रवार को सीतामढ़ी-बैरगनिया-रक्सौल-सिकटा-नरकटियागंज के रास्ते दरभंगा से नरकटियागंज के लिए सुबह 8.00 बजे परिचालित होगी. वापसी में यह नरकटियागंज से दरभंगा के लिए संध्या 6.00 बजे खुलेगी.
पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 03221 पटना आरा स्पेशल को रद्द कर उसे परीक्षा स्पेशल ट्रेन के रुप में पटना से बक्सर के लिए चलाया जाएगा. यह ट्रेन सुबह 18.15 बजे पटना से खुलेगी. पटना से खुलने वाली पटना झाझा स्पेशल ट्रेन (03214) को भी रद्द कर दिया गया है. इसे भी परीक्षा स्पेशल ट्रेन के रुप में चलाया जायेगा. यह ट्रेन भी सुबह 18.25 बजे पटना से खुलेगी. पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 03280 पटना मोकामा फास्ट पैसेंजर 18 बजे की जगह सुबह 18.15 में पटना से खुलेगी. पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 13243 पटना भभुआ रोड इंटरसिटी एक्सप्रेस सुबह 17.45 के बजाए 18.15 बजे खुलेगी और गया तक सभी स्टेशनों पर रुकते हुए जायेगी.
ट्रेन में यात्रियों से वसूली के चक्कर में कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को यात्रा के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसका ताजा उदाहरण दिल्ली से पटना आ रही 12394 संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के एस 1 कोच में देखने को मिला.इसमें यात्रा कर रहे पटना के अनिसाबाद निवासी उमेश नारायण मिश्र ने इस संबंध में रेल मंत्री व रेलवे बोर्ड के साथ-साथ दिल्ली, वाराणसी व दानापुर के डीआरएम समेत कई वरिष्ठ रेल अधिकारियों को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की है. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि 23 अगस्त की शाम को नयी दिल्ली से पटना आने के लिए संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के एस-1 के नौ नंबर बर्थ पर सवार हुए. ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर खड़ी होते ही वह अपने बर्थ पर बैठ गये. इसी बीच प्लेटफॉर्म पर 10 से 15 की संख्या में टिकट निरीक्षक जनरल टिकट लेकर यात्रा करने वालों का जबरन टिकट बनाकर उन्हें आरक्षित कोच में भेजने लगे.
उमेश ने लिखा है कि जनरल बोगी वाले यात्रियों को कोई बर्थ नहीं अलॉट किया जा रहा था, लेकिन स्लीपर का टिकट बना कर उनसे 760 रुपये वसूले जा रहे थे. जब उन्होंने इसकी शिकायत की, तो उन्हें बताया गया कि ऐसा अपना टारगेट पूरा करने के लिए कर रहे हैं. जब उन्होंने इसका वीडियो बनाना शुरू किया, तो आरपीएफ के एक जवान ने उनका मोबाइल छीन लिया और सरकारी काम में बाधा डाल का आरोप लगाते हुए वीडियो व फोटो डिलीट कर दिया. हालांकि, ट्रेन खुलने के बाद बीच रास्ते में उन्होंने फिर से वीडियो व फोटो लेकर शिकायत की है. उन्होंने कहा कि ट्रेन में इतनी भीड़ सवार हो गयी थी कि लोगों ने शौचालय तक में शरण ले रखी थी. अधिकतर यात्री फर्श पर सोए हुए थे, तो कुछ बैठे हुए थे. पूरी रात यात्रियों को शौच जाने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी, जबकि उमेश खुद मधुमेह से पीड़ित हैं.