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बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का संभावित कट-ऑफ बता रहे एक्सपर्ट, जानिए BPSC ने कैसे सवाल पूछे…

बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में सवाल किस तरह के पूछे गए और अभ्यर्थियों को किन सवालों ने अधिक उलझाया, ये उन्होंने खुद शेयर किया. बीपीएससी की ओर से पहली बार शिक्षक भर्ती परीक्षा ली जा रही है. जानिए क्या है संभावित कट ऑफ और कैसे सवाल सामने आए..

1.70 लाख ‘शिक्षक नियुक्ति महापरीक्षा’ की शुरुआत हो चुकी है. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से होने वाली इस परीक्षा को लेकर राजधानी में विशेष तौर पर तैयारी की गयी. पहले दिन हुई पहली व दूसरी पाली की परीक्षा में पेपर शुरू होने के दो घंटा पूर्व ही सभी सेंटरों पर अभ्यर्थी पहुंच गये. कई परीक्षा केंद्रों पर सुबह पांच बजे से ही अभ्यर्थी अपने अभिभावक के साथ पहुंचने लगे. परीक्षा केंद्र पर घड़ी बाहर ही उतरवा दिये गये. कई अभ्यर्थियों की घड़ी को जब्त भी किया गया. कई जगहों पर शहर में जाम के कारण परीक्षार्थी लेट से पहुंचे. कुछ मिनट लेट होने पर अभिभावकों ने प्रवेश के लिए गुजारिश की, तो उन्हें इंट्री मिल गयी. वहीं कई अभ्यर्थी पेपर से संतुष्ट तो कई निराश दिखे. जानिए कैसे सवाल पूछे गए और कट ऑफ क्या रह सकता है.

कदमकुआं थाना क्षेत्र के सर जीडी पाटलिपुत्र स्कूल में बने परीक्षा केंद्र पर एग्जाम देकर लौटे दिव्यांग राजेश कुमार सीतामढ़ी के रहने वाले हैं. राजेश दोनों पैर से दिव्यांग हैं. बाहर आने के बाद उन्होंने प्रभात खबर से बातचीत की. राजेश ने बताया कि जो पढ़ा था उससे मिलता जुलता प्रश्न आया था, पर जीके-जीएस काफी टफ और प्रश्न काफी घुमावदार रहा. वहीं छपरा के दिव्यांग संतोष पांडे ने बताया कि बायो और केमिस्ट्री का पेपर थोड़ा परेशान करने वाला था. हालांकि परीक्षार्थियों ने सवाल को ओवरऑल अच्छा बताया.

प्रश्न उलझाने वाले तो कंफ्यूजन वाले जवाब भी..

परीक्षा में जेनरल नॉलेज से कई सवाल पूछे गये थे. इसमें पूछा गया था भारत की संसद के नये भवन के प्रभारी वास्तुकार का नाम क्या है. वहीं, भागलपुर के मारवाड़ी कॉलेज सेंटर से परीक्षा देकर निकले छात्र रंजीत कुमार व अविनाश कुमार ने बताया कि प्रश्न उलझाने वाला था. गणित से पूछे गये सवाल कठिन थे. कंफ्यूजन वाले जवाब थे. छात्र सुमित कुमार व सत्यम कुमार ने बताया कि साइंस से पूछे गये सवाल भारी था. साइंस विषय से अलग पर्यावरण साइंस से ज्यादा सवाल पूछा गया था. इससे परेशानी हुई. छात्रों ने बताया कि 120 सवाल का जवाब 120 मिनट में देना था. छात्रों ने संभावना व्यक्त किया है कि 80 प्लस कटऑफ जायेगा.

कटऑफ को लेकर क्या है एक्सपर्ट की राय?

परीक्षा एक्सपर्ट डॉ अखिलेश कुमार ने कहा सभी प्रश्न स्तरीय था. साइंस के कुछ प्रश्न कठिन थे. वहीं, शिक्षाविद् गुरु रहमान ने बताया कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों पालियों में कुछ प्रश्न आसान थे. कुछ प्रश्न घुमा कर पूछे गये थे. इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, राजनीतिक विज्ञान के प्रश्न 11वीं और 12वीं स्तर के थे जो एनसीइआरटी पर आधारित थे. प्रश्नों की प्रवृति घुमावदार एवं कुछ प्रश्न अत्यंत कठिन थे. मैथ व रीजनिंग के प्रश्न अधिक कठिन नहीं थे, जिससे अभ्यर्थियों को राहत मिली. जिन बच्चों ने एससीइआरटी नौवीं, 10वीं और एनसीइआरटी नौवीं से 11वीं के साथ-साथ बिहार से संबंधित टेस्ट बुक और साल भर का करेंट अफेयर्स का गहराई से अध्ययन किया होगा उनका एग्जाम निश्चित रूप से अच्छा गया होगा. सामान्य वर्ग का कटऑफ 60 से 65 फीसदी, ओबीसी का कटऑफ 60 से 62 फीसदी, महिलाओं का 50 से 55 फीसदी, जबकि इबीसी का 48 से 52 फीसदी और एससी, एसटी का 45 से 48 फीसदी के बीच रहने की संभावना है. इस परीक्षा ने यह दर्शा दिया की अब गाइड पढ़कर और रटकर परीक्षा पास नहीं किया जा सकता है.

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