नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण शुक्रवार को जिले से गुजरने वाली नदियां उफना गयीं. नरकटिया में एसएच 54 पर दो फुट बागमती का पानी चढ़ गया है. इससे मोतिहारी से शिवहर की संपर्क टूट गया है. इससे कई गांवों में पानी घुस गया. सीतामढ़ी के सुरसंड में श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहने वाली रातो नदी का पानी वार्ड संख्या पांच में पानी प्रवेश कर गया है. एनएच 227 से वार्ड में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क दो फुट पानी में भर गया है.
वहीं श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी, श्रीखंडी भिट्ठा पश्चिमी, डाढ़ाबाड़ी व दिवारी मतौना पंचायत के दर्जनों गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ सूचक यंत्र के केयर टेकर रंजीत कुमार झा ने बताया कि रातो नदी का जलस्तर 220 सेंटीमीटर पर पहुंच गया है. उधर परिहार के प्रखंड में हरदी नदी में अचानक उफान से कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. दो दर्जन से अधिक घरों में पानी प्रवेश कर जाने की सूचना है. परवाहा-लालबंदी पथ में बंसवरिया रैन से लेकर लहुरिया बाजार तक करीब ढाई से तीन फुट पानी का तेज बहाव हो रहा है. इसके चलते इस पथ पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया है.
कई गांव के सरेह में पानी फैल जाने के कारण फसलों पर संकट खड़ा हो गया है. लहुरिया गांव स्थित एक मस्जिद, विद्यालय एवं पंचायत भवन सहित कई घरों में पानी प्रवेश कर जाने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. बाढ़ के कारण लहुरिया के अलावा बंसबरिया, बारा, खुरसाहा, लपटाहा, चांदपुरा, खुद्दी बखारी आदि गांव प्रभावित है. अंचलाधिकारी प्रभात कुमार लगातार बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं. बैरगनिया में बागमती व लालबकेया के जलस्तर में वृद्धि को लेकर प्रशासन अलर्ट है. पूर्वी एवं पश्चिमी छोर पर बहने वाली दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. कार्यपालक अभियंता भास्कर कुमार बताया कि बागमती व लालबकेया नदी के जलस्तर में गुरुवार से बढ़ोतरी हो रही है.
जिले में बागमती व लालबकेया नदी समेत अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है. ढेंग में 50 सेमी, सोनाखान में 1.10 मीटर, डुब्बा घाट में 34 सेमी व कटौझा में 40 सेमी बागमती का जलस्तर लाल निशान से ऊपर पहुंच गया है. इसी तरह गोआवाडी में लालबकेया नदी के जलस्तर भी वृद्धि बनी हुई है. फिलहाल तीन सेमी जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के शुक्रवार को सुबह 9 बजे की रिपोर्ट के अनुसार सुंदरपुर व पुपरी में अधवारा नदी का जलस्तर अभी स्थिर बना हुआ है. वहीं, सोनबरसा में झीम नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज किया गया है.
झंझारपुर (मधुबनी). झंझारपुर व जयनगर में कमला नदी का जलस्तर शुक्रवार खतरे के निशान से 1.20 मीटर हो गया. सुबह में कमला नदी की जलस्तर 49.80 पर पहुंच कर खतरा के निशान के आसपास था. दोपहर बाद 3 बजे 51.20 मीटर पर पहुंच गया. झंझारपुर कमला नदी खतरे के निशान से 50 मीटर पर अंकित है. कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने कहा कि दोपहर में खतरा के लाल निशान 50 मीटर को पार कर जलस्तर 51.20 मीटर पर पहुंच गया था. विभाग तटबंध की निगरानी में लगी है. फिलहाल कमला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जयनगर में जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 1.25 सेमी ऊपर बह रहा था. जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बांध किनारे बसे शहरी क्षेत्र के वार्ड छह, सात, 11, 12 एवं 13 के लोगों में दहशत है. नदी किनारे बसे इस्लामपुर गांव में लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है.