पूर्णिया पुलिस ने दालकोला चेक पोस्ट पर एक यात्री बस से तस्करी कर ले जा रहे पांच किलो 840 ग्राम सोने की बिस्किट के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है. जब्त सोने की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब चार करोड़ रुपये बतायी जा रही है. यात्री बस सिलीगुड़ी से पटना जा रही थी. पूर्णिया पुलिस की यह बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. यह पहली दफा है जब इतनी मात्रा में सोना बरामद किया गया है. एसपी आमिर जावेद ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर का नाम सोमनाथ लहु सांवजी है, जो महाराष्ट्र के सोलापुर जिला अंतर्गत भालवनी का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की गयी थी. चेकिंग के दौरान सिलीगुड़ी से पटना जा रही एक यात्री बस में सवार एक व्यक्ति को सोने के बिस्किट के साथ पकड़ लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने सोने से संबंधित कोई कागजात नहीं दिखाये.
पटना ले जाया जा रहा था सोना
एसपी ने बताया कि तस्करी कर सोना पटना के किसी व्यक्ति को डिलिवरी किया जाने वाला था. उसका पता लगाया जा रहा है. सोने का बिस्किट सिलीगुड़ी से पटना भेजी जा रही थी. इसमें गिरफ्तार महाराष्ट्र के सोलापुर का एक युवक कूरियर का काम कर रहा था. शुरुआती पूछताछ में गिरफ्तार युवक ने बताया कि वह पहली बार सोना लेकर सिलीगुड़ी से पटना जा रहा था. यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पटना में किस शख्स को डिलिवरी होने वाली थी. फिलहाल उससे गहन पूछताछ की जा रही है.
तस्कर ने टीशर्ट के अंदर छिपा कर रखा था सोना
एसपी ने बताया कि बरामद सोना युवक ने टीशर्ट के अंदर कपड़े के पैकेट में छिपा कर रखा हुआ था. उसपर सेलो टेप से चिपका दिया था ताकि बाहर से किसी को भनक न लग सके. सभी बिस्किट भूरा रंग के सेलो टेप में पैक था. 50 बिस्किट में बरामद सोना यूएइ (यूनाइटेड अरब अमीरात) का है, जो 24 कैरेट का है. प्रत्येक बिस्किट का वजन 116.80 ग्राम है.
पड़ोस के बांग्लादेश व नेपाल सीमा से हो रही सोने की तस्करी
पूर्णिया समेत सीमांचल में सोना तस्करी की यह कोई पहली घटना नहीं है. सीमांचल के पड़ोसी देश बांग्लादेश और नेपाल से सोने की बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही है. हलांकि कभी-कभी बीएसएफ और एसएसबी के जवानों ने भारी मात्रा में तस्करी का सोना पकड़ा भी है.
बीते 18 मार्च को बीएसएफ के दक्षिण सीमांत के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना एवं किशनगंज जिले के सीमा पर मछली भरे एक ट्रक से सोने के 40 बिस्किट के साथ बांग्लादेशी तस्कर को गिरफ्तार किया था. बरामद सोना का बाजार मूल्य 2.78 करोड़ बताया गया था. यह सोना ट्रक में छिपा कर बांग्लादेश से तस्करी कर भारत लाया जा रहा था.
इसी साल 20 जुलाई को नेपाल की राजधानी काठमांडू में रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने 155 किलो सोना बरामद किया था. मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. तब रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अधिकारी का कहना था कि नेपाल आने वाले सोने की खेप को भारत में विभिन्न रास्तों से भेजा जाता रहा था. जाहिर है कि नेपाल की सीमा पर्णिया के सीमांचल क्षेत्र से जुड़ी हुई है. रेवेन्यू अधिकारी के बयान से यह स्पष्ट है कि तस्करी का सोना सीमांचल और अन्य रास्ते से देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जा रहा था.
पूर्वोत्तर राज्यों से तस्करी में आयी तेजी
देश के राजस्व खुफिया विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बीते एक वर्ष के दौरान पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम और पड़ोसी देश बांग्लादेश से सोने की तस्करी में काफी तेजी आयी है. वर्ष 2021-22 में जितना सोना पकड़ा गया था, इसमें 37 फीसदी सोना म्यांमार के रास्ते भारत पहुंचा था. एक अनुमान के मुताबिक बीते एक वर्ष के दौरान इस इलाके में तस्करी से पहुंचने वाला दो सौ किलो से ज्यादा सोना जब्त किया गया है.
खुली सीमा ने तस्करी को बढ़ावा
दरअसल, बांग्लादेश और पूर्वोत्तर राज्यों के सीमा वाले देश म्यांमार से लगी खुली सीमा ने तस्करी को बढ़ावा दिया है. अब तक डीआरआई द्वारा जितना सोना पकड़ा गया इनमें 20 फीसदी अवैध सोना खाड़ी देशों से भारत पहुंचा था. शुक्रवार की रात दालकोला चेकपोस्ट पर पूर्णिया पुलिस द्वारा पकड़ा गया तस्करी का 5 किलो 840 ग्राम सोना भी खाड़ी देश यूएइ से लाया गया है.
कुरियर के जरिये सोने की तस्करी
हाल के दिनों में कूरियर के जरिये सोने की तस्करी बढ़ी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना काल में सोने की तस्करी के मामले बढ़ गये थे. कोरोना काल में एयर ट्रैफिक बंद होने से जमीन के रास्ते सोने की तस्करी बढ़ गयी थी. पड़ोसी देश नेपाल के रास्ते भी सोने की तस्करी में इजाफा हुआ है. खुफिया एजेंसी के सूत्रों के अनुसार नेपाल सीमा से सटे गांव के लोगों को तस्करों ने अपने नेटवर्क में शामिल कर रखा है. ये लोग सोने की बिस्किट को बैग में डाल कर बड़े आराम से साइकिल चलाते हुए गंतव्य जगह तक पहुंचा देते हैं. तस्करी का सोना खपाने का एक सिंडिकेट है. इस सिंडिकेट में सोने को बेचने, खरीदने एवं मध्यस्थता करने वाले लोग शामिल होते हैं.
गिरफ्तार युवक का दरभंगा व मधुबनी से जुड़ा है तार
गिरफ्तार युवक सोमनाथ महाराष्ट्र के सोलापुर का रहनेवाला है. वह वर्ष 2015 में बिहार के दरंभगा और मधुबनी शहर में आभूषण दुकानों में काम करता था. पांच वर्ष काम करने के बाद वह वहां से वापस घर चला गया. फिलहाल उसने अपने बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी है. पुलिस गहन पूछताछ कर रही है.