जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली सजकर तैयार हो चुका है. राजधानी में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. इस बीच एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसने पुलिस की टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल, जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले दिल्ली मेट्रो के कम से कम पांच स्टेशनों पर खालिस्तान से जुड़े नारे लिखे नजर आये जिसके संबंध में अधिकारियों ने जानकारी दी है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों ने कम से कम पांच दिल्ली मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर ‘दिल्ली बनेगा खालिस्तान’ और ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ जैसे नारे लिख दिये. अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है. दिल्ली मेट्रो रेल निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मामले को लेकर कहा कि यह कानून-व्यवस्था से जुड़ा मामला है. हम इसमें दिल्ली पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे. यह घटनाक्रम दिल्ली में नौ और दस सितंबर को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले हुआ है.
#WATCH | Pro-Khalistan slogans written on the wall of metro stations in Delhi | Deputy Commissioner of Police (Metro) G Ram Gopal Naik says, ""We received information about slogans at Nangloi PS at 11 am. A case has been registered and an investigation has been initiated.… pic.twitter.com/K0LEkYPh9n
— ANI (@ANI) August 27, 2023
दोषियों की पहचान करने के लिए खंगाले जा रहे हैं सीसीटीवी
पुलिस सूत्रों ने इन मेट्रो स्टेशनों की पहचान…शिवाजी पार्क, मादीपुर, पश्चिम विहार, उद्योग नगर और महाराजा सूरजमल स्टेडियम के रूप में की है. नांगलोई में एक सरकारी स्कूल की दीवार पर भी ऐसा लिखा मिला. अधिकारी ने बताया कि इस सिलसिले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है. दोषियों की पहचान करने के लिए पांचों मेट्रो स्टेशनों के आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले जा रहे हैं. प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा एक कथित वीडियो जारी किया गया था, जिसमें मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर लिखे ये संदेश प्रदर्शित किये गये थे. एसएफजे के प्रवक्ता गुरपतवंत सिंह पन्नून ने वीडियो में कहा है, जी-20 देश, जब आप 10 सितंबर को दिल्ली में मिलेंगे, तब हम कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह करा रहे होंगे.
Also Read: दिल्ली मेट्रो में शराब की अनुमति ? जानें इस नये नियम के बारे मेंदिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने कहा कि मुद्दे की सूचना संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को दे दी गयी है. डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक (कॉर्पोरेट संचार) अनुज दयाल ने कहा कि ग्रीन लाइन पर हमारे कुछ मेट्रो स्टेशनों की बाहरी दीवारों पर कुछ आपत्तिजनक भित्तिचित्र (लिखित सामग्री) देखे गये हैं. इसकी सूचना संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसियों को दे दी गई है। डीएमआरसी की ओर से उनका हर संभव सहयोग किया जा रहा है. यह कथित घटना दिल्ली में 9-10 सितंबर को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले हुई है.
पीएम मोदी की अपील
जी-20 सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है. इसको लेकर राजधानी दिल्ली में तैयारी चल रही है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्लीवासियों से शनिवार को अपील की कि अगले महीने यहां जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के कारण कई देशों के नेताओं की मौजूदगी की वजह से हो सकने वाली असुविधा के बावजूद वे इस आयोजन को सफल बनाने में मदद करें. आपको बता दें कि शिखर सम्मेलन का आयोजन दिल्ली में नौ और 10 सितंबर को किया जाएगा. इसमें यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्ष एवं शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के भाग लेने की संभावना है.
दिल्ली में तैनात रहेगी ‘पर्यटक पुलिस’
अगले महीने के जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों और अन्य आगंतुकों की मदद के लिए प्रमुख पर्यटन केंद्रों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी पर विशेष रूप से सुसंस्कृत व्यवहार में प्रशिक्षित लगभग 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि ‘पर्यटक पुलिस’ लिखे बहुउद्देशीय वाहनों में चलने वाले इन कर्मियों को स्मारकों, लोकप्रिय बाजारों, हवाई अड्डा टर्मिनल, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और रेलवे स्टेशन जैसे 21 स्थानों पर तैनात किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का एक कमांडो, एक गनमैन और एक चालक के साथ प्रभारी के रूप में परिवीक्षाधीन उप-निरीक्षक होंगे.
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्राधिकारी नवीनतम तकनीक का उपयोग कर रहे हैं और आयोजन स्थल प्रगति मैदान में कई ‘बैकअप’ बनाये गये हैं. बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस ने निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तीन अलग-अलग बिजली स्रोत स्थापित करके प्रगति मैदान में आपूर्ति बढ़ा दी है. उन्होंने बताया कि आईटीपीओ ग्रिड से जोड़ने के लिए तीन किलोमीटर लंबी केबल बिछाई गयी है.