लखीसराय. चानन थाना क्षेत्र के किऊल नदी के मलिया डुमराही बालू घाट स्थित गहरे पानी में डूब कर तीन बच्ची की मौत हो गयी, जबकि एक बच्ची भाग कर घटना की जानकारी परिजनों को दी. घटना की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों बच्ची को खोजने जुट गये. लगभग दो घंटे मशक्कत बाद तीनों बच्चियों के शव को पानी से बाहर निकल गया. घटना मंगलवार की दोपहर 12 बजे के आसपास की बतायी जा रही है.
बकरी चराने के लिए नदी के पास गयी थी बच्चियां
जानकारी के मुताबिक मलिया गांव निवासी बालेश्वर यादव उर्फ बालू यादव की 13 वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी, धोबी यादव की 11 वर्षीय पुत्री छोटी कुमारी, हलसी थाना क्षेत्र के खैरमा गांव निवासी प्रभु यादव के 10 वर्षीय पुत्री सह मलिया निवासी दानी यादव की भगिनी छोटी कुमारी तथा भाभी यादव की 10 वर्षीय पुत्री शुभम कुमारी अपने-अपने घर से बकरी को चराने के लिए नदी के पास गयी थी, इसी दौरान गर्मी के कारण चारों स्नान करने के लिए किऊल नदी में चली गयी. जिसमें छोटी कुमारी, ज्योति कुमारी एवं छोटी कुमारी तीनों मिलकर तुरंत कपड़ा उतार कर स्नान करने चली गयी, जबकि शुभम कुमारी अपने कपड़े को उतार रही थी. जब तक यह कपड़ा उतारती तब तक पहले नहाने गयी तीनों बच्चियां पानी में डूबने लगी.
दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मिले तीनों शव
तीनों को डूबता देख शुभम कुमारी झट से कपड़ा पहन कर गांव की ओर भाग गयी और घटना की सूचना परिजनों को दी. जैसे ही इस घटना की जानकारी गांव वालों को लगी कि सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचकर तीनों शव को खोजने लगे. दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों शव को पानी से बाहर निकाला गया. वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची चानन पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय भेज दिया गया.
खतरनाक हो गयी है किऊल नदी
ग्रामीणों की मानें तो किऊल नदी में मानक से हटकर बालू घाट के संवेदकों के द्वारा जरूरत से ज्यादा गड्ढा कर दिये जाने से किऊल नदी खतरनाक हो गयी है. यहीं कारण है कि गड्ढे का अंदाजा नहीं होने की वजह से तीनों बच्चियों की जान चली गयी. इस संबंध में चानन थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप ने बताया कि तीनों बच्चियों के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय सदर अस्पताल भेजा गया है. परिजनों के द्वारा आवेदन दिये जाने के बाद अग्रतर कार्रवाई की जायेगी.