पटना. रूपसपुर इलाके में अपराधियों ने साइबर ठग गिरोह के सरगना का ही अपहरण कर लिया और 15 लाख की फिरौती भी मांगी. लेकिन, पुलिस ने महज छह घंटे में फुलवारीशरीफ स्थित महावीर कैंसर संस्थान के पास से अपह्रत अक्षय को बरामद कर लिया. इस मामले में पुलिस ने अपह्रत अक्षय और सूचक फुफेरा भाई अमित और अपहरणकर्ता अमित को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन अपहरणकर्ता फरार हो गये. अपहरण करने वाले काे इस बात की जानकारी थी कि अक्षय ने साइबर फ्राॅड से माेटी रकम कमायी है. उसका अपहरण करने के लिए अमित और उसके गिराेह कई दिनाें से उसका रेकी कर रहे थे.
एक बड़े साइबर गिरोह का सरगना है अक्षय
इस मामले में पुलिस तब दंग रह गयी, जब अपहरणकर्ता ने बताया कि अपह्रत अक्षय एक बड़े साइबर गिरोह का सरगना है. वह अपने फुफेरे भाई और एक लड़की के साथ मिलकर रूपसपुर में साइबर फ्रॉड करता है. जानकारी मिलते ही पुलिस ने रूपसपुर इलाके में कई ठिकानों पर छापेमारी कर कई बैंक खाते, ज्वेलरी शाॅप, स्कूटी और बाइक एजेंसी के चार स्टांप, दो डायरी, जिनमें रकम के लेन-देन के लिए एक कागज में साइबर फ्राॅड करने के तरीके के बारे में लिखा है, दाे माेबाइल, हार्ड डिस्क बरामद किया.
27 अगस्त को सब्जी खरीदने के वक्त हुआ था अपहरण
मंगलवार को सिटी एसपी वेस्ट राजेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रूपसपुर में सब्जी खरीदने के दाैरान चार अपहर्ताओं ने साइबर फ्राॅड अक्षय कुमार का अपहरण कर लिया. 27 अगस्त की रात काे हुंडई कार से अगवा करने के बाद बदमाशों ने पहले तो जमकर मारपीट की और फिर साइबर गिरोह में शामिल अक्षय के फुफेरे भाई अमित कुमार से ने 15 लाख की फिराैती मांगी. साथ ही धमकी भी दी कि अगर पुलिस के पास गये, तो अक्षय को जान से मार देंगे. इसकी जानकारी फुफेरे भाई ने तुरंत रूपसपुर थाने की पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत टीम बनाकर अमित के साथ छापेमारी शुरू कर दी.
15 लाख की मांगी गयी फिराैती, दो लाख पर हुए तैयार
अमित ने पुलिस को बताया कि 15 लाख की फिराैती मांगी गयी है. दो लाख में वह तैयार हाे गया है. अमित ने पुलिस काे बताया कि अपहर्ता एम्स के पास हैं. फिराैती के लिए अपहरण की सूचना मिलने के बाद फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस हरकत में आयी. अमित काे लेकर एम्स के पास गयी. वहां से सभी कार से फरार हाे गये. फिर अपहर्ताओं ने अमित काे कहा कि नाैबतपुर आ गये हैं. वहां रकम लेकर आ जाओ. पुलिस वहां गयी, ताे वहां से ठिकाना बदल दिया और खगाैल लख के पास बुलाया. वहां भी वे नहीं थे. फिर कहा कि महावीर कैंसर अस्पताल के पास हैं. अमित काे लेकर पुलिस अस्पताल के पास पहुंची और अपहरणकर्ता अमित कुमार काे गिरफ्तार करने के साथ ही अक्षय काे सकुशल बरामद कर लिया. हुंडई कार भी बरामद कर ली. हालांकि, तीन अपहर्ता फरार हाे गये.
अपहृत अक्षय और उसका फुफेरा भाई नवादा के वारिसलीगंज के मूल निवासी
अक्षय रूपसपुर में रहता है. वह मूल रूप से नवादा के वारिसलीगंज थाने के गाेडा का रहने वाला है. अक्षय का फुफेरा भाई अमित वारिसलीगंज थाने के झाैर गांव का है. कार अक्षय के फुफेरे भाई अमित के नाम पर है. वहीं अपहर्ता अमित फुलवारीशरीफ के बीएमपी 16 का रहने वाला है.
अपहरण का फुलवारी और साइबर क्राइम का रूपसपुर में केस दर्ज
फिराैती के लिए अपहरण का केस फुलवारीशरीफ थाने में, जबकि साइबर फ्राॅड का केस रूपसपुर थाने में दर्ज हुआ है. अपहर्ता अमित व उसके साथियों को यह गलतफहमी हाे गयी कि अक्षय के अपहरण और 15 लाख की फिराैती मांगने के मामले काे लेकर अक्षय का फुफेरा भाई अमित पुलिस के पास लेकर नहीं जायेगा. इसकी वजह यह थी कि अक्षय और उसका फुफेरा भाई अमित साइबर फ्राॅड हैं. पुलिस के पास जाने पर इन दाेनाें काे भी पुलिस गिरफ्तार कर लेगी.