AI Impact On WorkPlace & Staff : कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के कारण पिछले कुछ वर्षों में व्यावसायिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव आया है. इस तकनीकी प्रगति ने व्यावसायिक तौर-तरीकों को नया रूप दिया है और यह हमारे काम करने के तरीके को बदल रही है. एआई को अपनाने में दिख रही तेजी कार्यस्थलों पर इसके संभावित प्रतिकूल प्रभावों को नजरअंदाज करने का जोखिम पैदा कर रही है, विशेष रूप से श्रमिकों के स्वास्थ्य और कल्याण पर पड़ने वाले प्रभावों को.
ऐसे कामों में हो रहा एआई का इस्तेमाल
व्यवसाय समस्याओं को हल करने और उन कार्यों को करने के लिए तेजी से एआई की ओर रुख कर रहे हैं जिनके लिए पारंपरिक रूप से मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है. विभिन्न उद्योगों और व्यवसायों में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग पैटर्न का पता लगाने, पूर्वानुमान लगाने और यहां तक कि सामग्री बनाने के लिए भी किया जा रहा है. हालांकि, एआई को अपनाने में दिख रही तेजी कार्यस्थलों पर इसके संभावित प्रतिकूल प्रभावों को नजरअंदाज करने का जोखिम पैदा कर रही है, विशेष रूप से श्रमिकों के स्वास्थ्य और कल्याण पर पड़ने वाले प्रभावों को.
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हॉलीवुड में पटकथा लिखने और रचनात्मक कंटेंट तैयार करने के लिए एआई का उपयोग
कार्यस्थलों पर जिस प्रकार के एआई का उपयोग किया जा रहा है, उसकी एक संकीर्ण परिभाषित भूमिका है. एआई मुख्य रूप से मनुष्यों के कार्यों को बढ़ाती है, जैसा कि ग्राहक सेवा चैटबॉट्स, फैक्ट्री श्रमिकों या कैंसर डायग्नोस्टिक प्लैटफाॅर्म पर काम करने वाले रोबोट के मामलों में देखा जाता है. हाल में हुई ‘राइटर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका’ का उदाहरण लेते हैं. इस हड़ताल में शामिल लोग हॉलीवुड में पटकथा लिखने और रचनात्मक कंटेंट तैयार करने के लिए एआई के उपयोग से अपनी नौकरियों को लेकर खतरा महसूस कर रहे हैं. लेकिन भविष्य के एआई के प्रकार आज के प्रकारों से बहुत अलग हो सकते हैं.
श्रमिकों के स्वास्थ्य को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीकों से प्रभावित किया
भविष्य में मानव बुद्धि से मेल खाने वाले या उससे भी आगे निकल चुके एआई को कार्यस्थलों पर पेश किया जा सकता है. एआई के ये मजबूत, अधिक सक्षम रूप निस्संदेह मानव श्रमिकों की भूमिका को बदल देंगे. पूरे इतिहास में, तकनीकी परिवर्तनों के दौरान कार्यस्थलों पर नए उपकरण पेश किये गए हैं और काम करने की स्थितियों में बदलाव हुआ है, जिसने श्रमिकों के स्वास्थ्य को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीकों से प्रभावित किया है. उदाहरण के लिए, स्मार्टफोन प्रौद्योगिकी की बढ़ती उपलब्धता ने अस्थायी और स्वतंत्र कार्यों, या अल्पकालिक अनुबंधों पर आधारित डिजिटल गिग अर्थव्यवस्था को जन्म दिया है.
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फायदे और नुकसान दोनों
हालांकि इस बदलाव से नये काम के अवसर भी पैदा हुए हैं, लेकिन इन परिवर्तनों ने व्यापक श्रम बाजार अनिश्चितता भी पैदा की है, जिसने श्रमिकों के कल्याण पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. हालांकि, एआई कामकाजी परिस्थितियों और श्रमिकों के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करेगा, इस बारे में हमारी समझ अभी तक स्पष्ट नहीं है. ऐसे कई तरीके हैं जिनसे एआई के वर्तमान (और भविष्य) के रूप श्रमिकों को फायदे और नुकसान दोनों पहुंचा सकते हैं.
वे व्यवसाय जहां एआई सबसे कम उपयोगी है
एक ओर, एआई का उपयोग कठिन कार्यों को करने के लिए किया जा सकता है जो श्रमिकों के स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा जोखिम पैदा करते हैं. साथ ही, कुछ उद्योगों या व्यवसायों पर एआई के अधिक लागू होने से श्रम बाजार में असमानताएं पैदा हो सकती हैं. फिलहाल, वे व्यवसाय जहां एआई सबसे कम उपयोगी है, उनमें वे व्यवसाय शामिल हैं, जिनमें अप्रत्याशित और अत्यधिक शारीरिक कार्य शामिल हैं (उदाहरण के लिए, नर्सिंग सहायक, चौकीदार, खाद्य सेवा कार्यकर्ता) या जिनमें नेतृत्व की जिम्मेदारियां हैं (उदाहरण के लिए, मुख्य कार्यकारी अधिकारी).
एआई को अपनाने से बढ़ सकता है काम की तीव्रता और तनाव
कुछ लोगों का अनुमान है कि एआई में आय के अंतर को बढ़ाने और श्रमिकों के स्वास्थ्य पर असमान प्रभाव डालने के साथ श्रम बाजार को खोखला करने की क्षमता है. कार्यस्थलों पर एआई को अपनाने से काम की तीव्रता और तनाव भी बढ़ सकता है या इंसानों पर मशीनों की तरह काम करने का दबाव बन सकता है. ऐसे शोध की अत्यंत आवश्यकता है जिसका उपयोग मानव कार्यबल के लिए एआई के संभावित जोखिमों और अवसरों को समझने, अनुमान लगाने और निपटने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा सकता है कि एआई अपनाने के दौरान श्रमिकों का स्वास्थ्य और कल्याण सबसे ऊपर है.
(‘द कन्वरसेशन’ में प्रकाशित यह लेख यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के डेला लाना स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में असोसिएट प्रॉफेसर आरिफ जेठा ने लिखा है.)
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