Bihar Dengue Update: बिहार में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे है. स्वास्थ्य विभाग अब इसे लेकर अलर्ट है और सूबे के प्रत्येक जिला अस्पतालों में 10-10 बेड तक डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं. लोगों से अपील की जा रही है कि वो घर की सफाई जरूर करें. जल-जमाव नहीं होने दें. राज्य स्तर पर 104 कॉल सेंटर सह नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. भागलपुर में इन दिनों डेंगू तेजी से पसर रहा है.
भागलपुर जिले में बुधवार को भी डेंगू मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी रहा. जांच के बाद कुल 16 नये मरीज मिले. मायागंज अस्पताल में जांच के बाद तीन मरीजों की पहचान हुई. वहीं सदर अस्पताल में जांच के बाद डेंगू के 13 मरीज मिले. मायागंज अस्पताल के प्रबंधक सुनील कुमार ने बताया कि सभी पॉजिटिव मरीज शहरी क्षेत्र के हैं. इनमें पुलिस लाइन निवासी 18 साल का युवक, मायागंज मुहल्ला निवासी 14 साल की किशोरी व बरारी थानाक्षेत्र के मुस्तफापुर निवासी 60 साल के बुजुर्ग हैं. वहीं सात मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया. डेंगू वार्ड में अब मरीजों की संख्या बढ़ कर 31 हो गयी है. इधर, सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ राजू ने बताया कि बुधवार को सदर अस्पताल के क्लीनिकल पैथोलॉजी में 40 मरीजों का किट से डेंगू जांच की गयी. इनमें से 13 मरीज डेंगू पॉजिटिव निकले.
भागलपुर में मिले डेंगू के सारे मरीज शहर के ही रहने वाले थे. वहीं नये डेंगू के मरीजों में से दो मरीजों को डीसीएचसी बिल्डिंग में बने 15 बेड के डेंगू वार्ड में भर्ती करा दिया गया. अब इस वार्ड में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर नौ हो चुकी है. सरकारी के अलावा निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों की भरमार है. वहीं डेंगू से बचाव के लिए लोग नारियल पानी व कच्चा पपीता का खूब सेवन कर रहे हैं.
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उधर, जिला बाल संरक्षण इकाई भागलपुर के सहायक निदेशक ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर वृहद आश्रय गृह परिसर में फॉगिंग कराने की मांग की. पत्र में बताया कि वृहद आश्रय गृह के नाला को शहर के नाले से जोड़ा जाये. साथ ही डेंगू के प्रकोप से बचाने के लिए फॉगिंग कराया जाये. नवनिर्मित वृहद आश्रय गृह में संचालित बालगृह (बालक) में वर्तमान में कुल 38 एवं बालगृह (बालिका) में कुल 92 बालक व बालिकाएं रहती हैं. नवनिर्मित भवन में पानी निकासी के लिए ड्रेनेज अभी नहीं बनाया गया है. इससे भवन परिसर में काफी जल जमाव की समस्या हो गयी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस महकमे में डेंगू का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा. दर्जन भर से अधिक पुलिसकर्मी व पुलिस पदाधिकारी पहले से संक्रमण की चपेट में पड़ चुके थे. वहीं अब बुधवार को आधा दर्जन पुलिसकर्मी और संक्रमित हो गए. इनमें डीएसपी और कोतवाली इंस्पेक्टर के कार्यालय में तैनात कर्मी शामिल हैं. वहीं जिले में एकसाथ डेंगू और टॉयफाइड से ग्रसित मरीज भी आ रहे हैं.
बता दें कि पुलिस थानों के बाहर रखे वाहनों में जलजमाव की वजह से भी पुलिसकर्मी सहमे हुए रहते हैं. भागलपुर में डेंगू के मामले जब सामने आने लगे तो जिले के सबसे बड़े अस्पताल मायागंज स्थित JLNMCH में विशेष व्यवस्था की गयी. वहीं लोगों की शिकायत है कि निगम की ओर से फॉगिंग का कार्य संतोषजनक नहीं है.
मुंगेर में भी डेंगू अब पांव पसार रहा है. डेंगू के शहर में पैर पसारते ही संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में इलाजरत डेंगू संक्रमित 2 मरीजों को ठीक होने पर बुधवार को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया. जबकि डेंगू प्रभावित दो मरीज भर्ती मिले. अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ रमण कुमार ने बताया कि डेंगू पीड़ित पुरानीगंज निवासी गुड़िया देवी और पूजा कुमारी को ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है. जबकि सूर्यगढ़ा गरीब नगर निवासी और करबला हेरूदियारा निवासी 18 वर्षीय महिला मरीज का इलाज डेंगू वार्ड में चल रहा है. इसके अतिरिक्त शादीपुर निवासी मरीज भी डेंगू वार्ड में इलाजरत है. जिसे फिलहाल टाइफाइड की पुष्टि हुई है. लेकिन डेंगू की संभावना को देखते हुए उसका एलाइजा जांच के लिए सैंपल भेजा गया है. उपाधीक्षक ने बताया कि डेंगू पीड़ित मरीज के इलाज का समुचित प्रबंध सदर अस्पताल में है. जिन मरीज का प्लेटलेट्स कम है, उन्हें भी ब्लड बैंक से प्लेट्लेट्स उपलब्ध कराया जा रहा है. इधर डेंगू के बढ़ते मामलों के लेकर नगर निगम द्वारा डेंगू प्रभावित पुरानीगंज और करबला मुहल्ले में बुधवार को टॉकीफॉस और लार्वासाइट नामक कीटनाशक का छिड़काव कराया गया. साथ ही दोनों प्रभावित मुहल्लों में फॉगिंग कराया गया.